बहलबा गांव के तीन जरूरतमंद परिवारों को कुंडू ने अपनी जेब से दी 51-51 हजार की आर्थिक सहायता
बीमारी से लाचार हुए दिव्यांग दलित युवक की दोनों बेटियों को भी खुद अपने खर्चे पर पढ़ाएंगे बलराज कुंडू
किसान परिवार के बेटे के गुजर जाने पर परिवार को मिला अपने विधायक का साथ
न्यूज डेक्स संवाददाता
महम। मानवता एवं जनसेवा का उदाहरण देते हुए महम विधायक बलराज कुंडू संकट की घड़ी में एक बार फिर गांव बहलबा के 3 जरूरतमंद परिवारों का सहारा बनकर उनके साथ खड़े हुए हैं। उन्होंने तीनों ही परिवारों को अपनी जेब से ₹ 51-51 हजार रुपये की आर्थिक मदद तो उपलब्ध करवाई ही, साथ ही गांव में ट्राईसाइकिल पर कुल्फी बेचकर किसी तरह परिवार का गुजारा चला रहे दिव्यांग दलित नौजवान प्रदीप की दोनों बेटियों को भी अपने खुद के खर्चे पर पढ़ाने-लिखाने का ऐलान किया है। बता दें कि प्रदीप का एक पैर कटा हुआ है और बीमारी के चलते दूसरे पैर के भी खराब होने की नौबत आई हुई है। फिलहाल उसका रोहतक मेडिकल में ईलाज करवाया जा रहा है। ऐसे में उसके परिवार के सामने गुजारे का ही नहीं दोनों बेटियों की शिक्षा का भी संकट खड़ा नजर आ रहा था कि इस परिवार के बारे में स्थानीय विधायक बलराज कुंडू को जानकारी मिली और मदद करने के जज्बे के साथ कुंडू सीधे प्रदीप के घर पहुंच गए। परिवार से बातचीत करते हुए दोनों बेटियों को खुद के खर्चे पर उच्च शिक्षा दिलवाने का वादा किया और कहा कि पढ़ाई करना तुम्हारा काम है बाकी फीस और कापी किताबों एवं यूनिफॉर्म आदि का सारा खर्च मैं उठाऊंगा।
कुछ इसी तरह की दर्दनाक कहानी एक अन्य दलित युवक रिंकू पुत्र राजबीर उर्फ काला की भी है जो तीन पहिये की लोडिंग रिक्शा चलाकर अपने परिवार को पाल रहा था लेकिन पिछले आंधी में पेड़ टूटकर गिरने से उसकी रीढ़ की हड्डी टूटने से वह लाचार होकर चरपाई पकड़ गया। ग्रामीणों के जरिये विधायक बलराज कुंडू को जब रिंकू के साथ हुए हादसे की जानकारी मिली तो वे गांव बहलबा पहुंचे और उसके परिवार की अपनी जेब से 51 हजार की आर्थिक सहायता करते हुए सुख-दुःख में हमेशा साथ का वादा किया।
इसी तरह से खेतीबाड़ी करने वाले छोटी जोत के किसान भाई जसबीर उर्फ जस्सा के परिवार को भी बलराज कुंडू ने अपने निजी कोष से 51 हजार रुपये की आर्थिक मदद उपलब्ध करवाई है। परिवार की आय के इकलौते जरिये जस्सा के बेटे अनिल की पिछले समय एक एक्सीडेंट में मृत्यु हो गयी थी। वह गाड़ियों पर ड्राइवरी करके अभाव में जी रहे परिवार की आय का इकलौता जरिया था लेकिन एक सड़क हादसे में उसके गुजर जाने से परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया था। कुंडू जब दलित युवकों रिंकू एवं प्रदीप के परिवारों से मिलकर बातचीत कर रहे थे तो ग्रामीणों ने जस्सा के बेटे की मृत्यु एवं परिवार के संकट में होने की बात उनको बताई जिस पर बलराज कुंडू ने मौके पर ही ₹ 51 हजार की मदद इस परिवार को दी और कहा कि चिंता मत करने आपका विधायक हमेशा आपके साथ खड़ा मिलेगा तुम लोग बस होंसला मत हारना। संघर्ष ही जीवन का दूसरा नाम होता है और जो व्यक्ति संघर्ष करना जानते हैं उनको दुनियां की कोई ताकत हरा नहीं सकती। इस अवसर पर गांव के अनेक मौजिज व्यक्ति भी मौजूद थे।