3 बड़े डैम बनाकर नदियों का पानी किसानों को देने की योजना पर भी किया जा रहा है काम
सरस्वती को धरातल पर लाकर विश्व में पहली बार किसी नदी को फिर से किया गया है पुनर्जीवित
मनोहर लाल सरकार ने 8 सालों में हर घर नल से जल लक्ष्य के तहत प्रदान किए 18 लाख कनेक्शन
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले 8 सालों में भविष्य को देखते हुए पानी संरक्षण के लिए प्रदेश में पोंड अथॉरिटी बनाकर प्रदेश के जोहड़ को दोबारा से चार्जिंग के लिए इस्तेमाल पानी को लेकर बहुत बड़ा काम किया है। आज पूरे प्रदेश में 15 हजार जोहड़ों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है ताकि पानी की रिचार्जिंग के लिए की जाने वाली सबसे बड़ी योजना होगी। इसके साथ-साथ 3 बड़े डैम बनाकर बरसाती नदियों का पानी किसानों को देने की योजना भी सरकार द्वारा बनाई गई है, जिसमें मुख्य सोम नदी पर हिमाचल में बनने वाले डैम से यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, फतेहाबाद, सिरसा आदि जिलों को सरस्वती नदी के माध्यम से बहुत बड़ा फायदा होगा।
उपाध्यक्ष धुमन सिंह गांव समानी के पौंड का निरीक्षण करने के उपरांत ग्रामीणों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले उपाध्यक्ष धुमन सिंह ने ग्रामीणों को इस पौंड के माध्यम से होने वाले फायदों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में सरस्वती नदी को दोबारा से पुनर्जीवित करने का एक अनूठा प्रयास एक इतिहास बनेगा, क्योंकि विश्व में आज तक किसी भी विलुप्त नदी को फिर से जागृत नहीं किया गया है, परंतु मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड का गठन करके अपने दूरगामी विजन के माध्यम से काम किया गया है। इसके परिणाम स्वरूप करोड़ों लोगों को सरस्वती नदी फिर से बहती नजर आ रही है। इसके साथ-साथ मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के माध्यम से कम पानी का प्रयोग से उगाई से जाने वाली फसलों को अपनाने पर प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रति एकड़ 7 हजार रुपए की राशि भी प्रदान की जा रही है। पहाड़ी क्षेत्रों में भी छोटी-छोटी नहरों और नदियों को साफ करके हरियाणा की नदियों से नहरों से जोड़ा जा रहा है ताकि हर क्षेत्र को पानी मिले।
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, कैथल जिलों में अटल भूजल योजना के तहत सैकड़ों रिचार्जेबल टयूबवैल लगाए जा रहे है, इनके माध्यम से भूजल को फिर से रिर्चाज किया जाएगा। मनोहर लाल सरकार द्वारा जल संरक्षण और व भविष्य को ध्यान में रखकर सैकड़ों ऐसी योजनाएं चलाई जा रही है। सरकार द्वारा गुरुग्राम और फरीदाबाद एनसीआर क्षेत्रों में जल संरक्षण के विभिन्न कार्य पिछले 8 सालों में किए गए है। पहाड़ों पर छोटे चेक बनाकर नदियों व नहरी पानी दिया जा रहा है, जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश में 18 लाख कनेक्शन देकर हर घर नल से जल के तहत पहुंचाया गया है, जो एक बहुत बड़ी सौगात है। छोटी नदियों-नाले, जिनमें राखसी नदी, चौतांग नदी, बैंथन नाला, लिंडा नाला व मारकंडा नदी का पानी भी व्यवस्थित करके किसानों के उपयोग के लिए तैयार किया जा रहा है।