न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 12 अक्टूबर। कुटा चुनाव के प्रत्याशी डॉ. परमेश कुमार ने सोमवार को शिक्षकों से सम्पर्क साधकर अपना चुनावी एजेंडा जारी किया। डॉ. परमेश कुमार चार बार कुटा सचिव व दो बार कुटा प्रधान रह चुके हैं। उन्होंनें अपने कार्यकाल में सभी शिक्षकों के साथ तालमेल बनाकर प्रदेश स्तर व विश्वविद्यालय स्तर पर संघर्ष करके छठें व सातवें वेतन आयोग को लागू करवाने में अहम् भूमिका निभाई थी।
20 अक्टूबर को होने वाले कुटा चुनाव के लिए डॉ. परमेश कुमार ने शिक्षकों से मिलकर उनकी मांगों को शामिल करते हुए अपना चुनावी एजेंडा जारी किया। डॉ. परमेश कुमार ने बताया कि उनके लिए शिक्षक हित सर्वोपरि है और वह पहले भी शिक्षक हितों के लिए प्रदेश स्तर व राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास व संघर्ष करते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की वित्तीय व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए प्रशासन एवं हरियाणा सरकार के स्तर पर हर तरह के प्रयास करेंगे व हरियाणा सरकार से कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए 300 करोड़ रूपये के विशेष आर्थिक पैकेज की मांग करेंगे। 7वें वेतन आयोग की गाईडलाईंस जो दो वर्ष से प्रदेश सरकार के पास लम्बित हैं उनको जल्द जारी करवाकर विश्वविद्यालय स्तर पर लागू करवाएंगे।
उनके चुनावी एजेंडे में सेल्फ फाईनेंस शिक्षकों को बजटिड करवानें के लिए राज्य एवं विश्वविद्यालय स्तर पर प्रयास किया जाएगा। शिक्षकों के 100 प्रतिशत वेतन व पेंशन के लिए सरकार से ग्रांट जारी करवाने के लिए प्रयास किया जाएगा। सेल्फ फाईनेंस स्कीम में कार्यरत शिक्षकों को 7वें वेतन आयोग का एरियर जल्द से जल्द दिलवाया जाएगा व प्रोफेसर के पद पर पदोन्नति के लिए काम किया जाएगा।
सभी शिक्षकों की लम्बे समय से लम्बित पदोन्नति को जल्द से जल्द करवाने के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर विशेष प्रयास किया जाएगा ताकि शिक्षकों को उनका उचित हक मिल सके।
उन्होंने बताया कि यूजीसी की सिफारिशों के अनुरूप व केन्द्रीय विश्वविद्यालयों की तर्ज पर शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष करवाने के लिए प्रदेश स्तर पर प्रयास करेंगे व ग्रेचुअटी की पूरी राशि का एरियर भी शिक्षकों को जनवरी 2016 से दिलवाया जाएगा।
शिक्षकों को रिटायरमेंट पर मिलने वाली लीव इन केशमेंट को इन्कम टैक्स फ्री करवाया जाएगा तथा विश्वविद्यालय में खाली पड़े शिक्षकों की भर्ती को पुनः शुरू करवाया जाएगा।डॉ. परमेश कुमार ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में हरियाणा के दूसरे विश्वविद्यालयों की तर्ज पर पांच दिवसीय कार्यदिवस सप्ताह लागू करवाने का प्रयास किया जाएगा व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलवाने का प्रयास किया जाएगा। वर्ष 2006 के बाद नियुक्त शिक्षकों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम लागू करवाने के लिए राष्ट्रीय स्तर व राज्य स्तर पर प्रयास करेंगे।