डीसी के समक्ष पूर्व पार्षदों ने रखी डोर टू डोर वोट बनाने की मांग
पूर्व पार्षदों का आरोप, नप ने प्रदेश सरकार व चुनाव आयोग की हिदायतों के अनुसार नहीं तैयार की वार्डबंदी और वोटर सूची
उपायुक्त ने दिया डोर टू डोर वोटर सूची बनाने का आश्वासन, ली जाएगी चुनाव आयोग से स्वीकृति
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। नगर परिषद की वोटर सूची को लेकर हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्व पार्षद वोटर सूची में खामियां और डोर टू डोर वोट ना बनाने और वोटर सूची में कई मतदाताओं के नाम गायब होने को लेकर काफी खफा हैं। पूर्व पार्षद नरेंद्र शर्मा निंदी की अध्यक्षता में कई पूर्व पार्षद उपायुक्त शांतनु शर्मा को मिले। पूर्व पार्षदों ने उपायुक्त शांतनु शर्मा को बताया कि प्रदेश सरकार की छह सितंबर को जारी अधिसूचना और चुनाव आयोग की सात अक्तूबर को की गई अधिसूचना के तहत शैडयूल जारी नहीं किया गया और ना ही अधिसूचना के तहत नप ने वोटर सूची तैयार की और ना ही वोटर सूची को आपत्तियां व दावों के लिए नप के नोटिस बोर्ड पर नहीं लगाया। जिसे लेकर चुनाव लडऩे वाले इच्छुक प्रत्याशियों और पूर्व पार्षदों ने एतराज जताया था। पूर्व पार्षदों की बात को उपायुक्त शांतनु शर्मा ने ध्यान से सुना और आश्वासन दिया कि चुनाव आयोग की नोटिफिकेशन के तहत डोर टू डोर वोट बनाए जाएंगे। इसकी स्वीकृति के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा जाएगा।
वोटर सूची में खामियां और डोर टू डोर वोट बनाने को लेकर पूर्व पार्षद नरेंद्र शर्मा निंदी, नरेंद्र चौहान राजू, ओमप्रकाश ओपी, मनु जैन, गोपाल गौड़, हिमांशु अरोड़ा, कुलदीप, अंकुश गर्ग, सुनील सैनी, पिंकी जयकिशन, विवेक मेहता, दीपक सहित कई लोग उपायुक्त शांतनु शर्मा को उनके कार्यालय में मिले और उपायुक्त को सारे मामले की जानकारी दी। उपायुक्त ने उन्हें आश्वासन दिया कि वोटर सूची डोर टू डोर वोट बनाने के लिए चुनाव आयोग की स्वीकृति ली जाएगी।
नप जानबूझ कर नगर परिषद के चुनाव को टालने की साजिश रच रहा : नरेंद्र शर्मा निंदी
पूर्व पार्षद नरेंद्र शर्मा निंदी ने आरोप लगाया कि नप जानबूझ कर नगर परिषद के चुनाव को टालने की साजिश रच रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीएलओ ने घर बैठकर ही वोटर सूची तैयार की है। वार्ड नंबर चार के बूथ नंबर 37, 38, 39, 40 व 44 की वोटर सूची में कई मतदाताओं के नाम नहीं हैं। जानबूझ कर वोटर सूची से मतदाताओं के नाम काटे गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर वार्ड वाइज डोर टू डोर वोट नहीं बनाए गए तो वे अदालत जाएंगे।
वार्ड बंदी गुपचुप तरीके से की गई: ओमप्रकाश ओपी
पूर्व पार्षद ओमप्रकाश ओपी ने आरोप लगाया कि वार्ड बंदी गुपचुप तरीके से की गई थी। अब वोटर लिस्ट भी गुपचुप तरीके से तैयार करने की साजिश की जा रही है। 22 अक्तूबर तक वोटर सूची पर आपत्तियां व दावे लिए जाने थे, लेकिन नगर परिषद ने नोटिस बोर्ड पर वोटर लिस्ट नहीं लगाई थी। जिसको लेकर 21 अक्तूबर को कई पार्षदों ने एतराज जताया था और मांग की थी कि डोर टू डोर वोट बनाने के बाद वोटर सूची को अंतिम रूप दिया जाए।
प्रदेश सरकार व चुनाव आयोग की हिदायतों की अनदेखी : मनु जैन
पूर्व पार्षद मनु जैन ने आरोप लगाया कि नप ने प्रदेश सरकार और चुनाव आयोग की हिदायतों के अनुसार ना तो वार्डबंदी की और ना ही वोटर सूची तैयार की है। वार्ड बंदी करते हुए कई क्षेत्रों को दूसरे वार्डों के साथ जोड़ दिया गया है और ऐसे ही वोटर सूची बनाने में खेल खेला गया है। वोटर सूची में कई मतदाताओं के नाम गायब हैं। वोटर सूची डोर टू डोर तैयार होनी चाहिए।
पूर्व पार्षदों का पक्ष रखने के लिए मिले थे डीसी को : जवाहर लाल गोयल
अधिवक्ता जवाहर लाल गोयल, जो पूर्व पार्षदों की ओर से उनका पक्ष शांतनु शर्मा के समक्ष रखने के लिए गए थे। उन्होंने बताया कि 6 सितंबर को प्रदेश सरकार ने नप के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की थी, लेकिन नप ने अधिसूचना के तहत वोटर सूची तैयार नहीं की। उपायुक्त ने आश्वासन दिया है कि डोर टू डोर वोट सूची बनाने के लिए चुनाव आयोग की स्वीकृति ली जाएगी। उम्मीद है कि दो नवंबर तक वोटर सूची बनाने का काम शुरू हो जाएगा।