गुरु साहिब ने अपनी शहादत देकर अद्वितीय उदाहरण पेश की : बलजीत सिंह दादूवाल
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के प्रधान बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी महाराज ने अपनी शहादत देकर एक अद्वितीय उदाहरण पेश की है। वे ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी कुरुक्षेत्र में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी महाराज की अद्वितीय शहादत को समर्पित महान गुरमत समागम में संगत को गुरु इतिहास से अवगत करवा रहे थे। उन्होंने बताया कि गुरु साहिब ने काफी वैरागमयी गुरबाणी की रचना की, जो श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज में दर्ज है। हमें गुरु साहिब की शिक्षाओं को जीवन में आत्मसात करना चाहिए। समागम में प्रसिद्ध सूफी संत गुलाम हैदर कादरी बरनाला (पंजाब) ने भी संगत को गुरु इतिहास से जोड़ा।
उन्होंने गुरु साहिब के जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों की विस्तार से चर्चा की।भाई गुरसेवक सिंह के जत्थे ने रसमयी गुरबाणी कीर्तन कर संगत को निहाल किया। शिरोमणि अकाली दल हरियाणा स्टेट के वरिष्ठ नेता एवं सिख परिवार हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष कवलजीत सिंह अजराना, श्री गुरु तेग बहादुर ब्रिगेड की मुख्य सेवादार बीबी अनुराधा भार्गव एडवोकेट, अंतर्राष्ट्रीय गुरबाणी कथावाचक ज्ञानी तेजपाल सिंह और तजेंद्र सिंह मक्कड़ ने सभी वक्ताओं को सिरोपा देकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
श्री गुरु तेग बहादुर ब्रिगेड की मुख्य सेवादार बीबी अनुराधा भार्गव एडवोकेट ने बताया कि समागम का उद्देश्य गुरु साहिब की शहादत और उनकी शिक्षाओं को देश-विदेश तक पहुंचाना है। उन्होंने बताया कि ब्रिगेड के माध्यम से सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव जी महाराज के सिद्धांत का पिछले कई वर्षों से निरन्तर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। समागम में श्री अकाल उस्तत ट्रस्ट कुरुक्षेत्र, श्री हेमकुंड सेवा सोसायटी और शहर की सभी सिख संस्थाओं ने विशेष रूप से सहयोग किया। आई हुई संगत के लिए गुरु के लंगर की विशेष व्यवस्था की गई।