विद्यापीठ में होने वाले सामूहिक विवाह समारोह को लेकर आ रहे हैं लगातार आवेदन
विद्यापीठ में आयोजित हुए समारोहों में अभी तक करीब 12 सौ गरीब परिवारों की कन्याओं के हाथ हो चुके हैं पीले
तीन साल बाद होगा भव्य सामूहिक विवाह समारोह
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। गीता जयंती महोत्सव 2022 के अवसर पर इस बार करीब तीन साल बाद भव्य सामूहिक विवाह समारोह आयोजित होगा। ब्रह्मसरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ में जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से हर वर्ष गीता जयंती के अवसर आयोजित होने वाले अन्य कार्यक्रमों के साथ गरीब परिवारों की कन्याओं का सामूहिक विवाह समारोह विशेष आकर्षण का केंद्र होता है। कोरोना महामारी के कारण विद्यापीठ में अन्य कार्यक्रमों के साथ सामूहिक विवाह समारोह आयोजित नहीं हो सके थे लेकिन गीता जयंती महोत्सव 2022 के अवसर पर आयोजित होने वाले भव्य सामूहिक विवाह समारोह को लेकर तैयारियां जोरों शोरों से चल रही हैं।
श्री जयराम गीता जयंती समारोह समिति के सदस्य भी काफी उत्साहित हैं। सामूहिक विवाह समारोह के लिए विद्यापीठ कार्यालय में लगातार आवेदन आ रहे हैं। इसी संबंध में गीता जयंती समारोह समिति के सदस्यों की महत्वपूर्ण बैठक राजेंद्र सिंघल की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में ईश्वर गुप्ता, कुलवंत सैनी, टेक सिंह लोहार माजरा, खरैती लाल सिंगला, सुरेंद्र गुप्ता, राजेश सिंगला, डी. के. गुप्ता इत्यादि सदस्य मौजूद थे। राजेंद्र सिंघल ने बताया कि परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के निर्देशानुसार इस वर्ष भी गीता जयंती के अवसर पर गरीब परिवारों की कन्याओं भव्य सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया जाएगा। गीता जयंती समारोह समिति ने गीता जयंती 2022 के अवसर पर सामूहिक विवाह के इच्छुक परिवारों के आवेदन आमंत्रित किए है। अभी भी इच्छुक परिवार विद्यापीठ में सम्पर्क कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि विद्यापीठ में पिछले तीन दशकों में अभी तक 12 सौ से अधिक गरीब परिवारों की कन्याओं के हाथ पीले हो चुके हैं और सभी सफल वैवाहिक जीवन यापन कर रहे हैं। विद्यापीठ में हर वर्ष भव्य सामूहिक विवाह समारोह के अवसर विभिन्न धर्मों के वर वधुओं का विवाह उनकी परम्पराओं के अनुसार पूरे विधि विधान से सम्पन्न होता है। जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि यह सामूहिक विवाह समारोह पिछले करीब तीन दशकों से दिल्ली के सारादेवी चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष राम लाल गोयल, प्रयाग चंद गोयल, परुषोत्तम गोयल तथा उनके परिवार के सदस्यों द्वारा आयोजित किया जाता रहा है। गीता जयंती पर आयोजित होने वाले भव्य सामूहिक विवाह समारोह में वर वधुओं को आशीर्वाद देने के लिए देश के अनेकों संत महापुरुष भी मौजूद होते हैं। सामूहिक विवाह उपरांत हर वर्ष विद्यापीठ नव विवाहित जोड़ों को वैवाहिक जीवन यापन के लिए बर्तन, टी.वी., अलमारी, डबल बैड गद्दे सहित चादर, कंबल, साईकिल, ट्रंक, लड़का – लड़की के कपड़े व साड़ियां टेबल – कुर्सियां, सिलाई मशीन जेवर, श्रृंगारदान, भाजी व नकद कन्यादान इत्यादि दिए जाते हैं।