हर मनुष्य को समर्पण के साथ सदा भगवान से जुड़े रहना चाहिए : आचार्य श्याम भाई ठाकर
जयराम विद्यापीठ 31 सालों से गीता जयंती महोत्सव पर कर रही है श्रद्धालुओं की सेवा : सुभाष सुधा
दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर से जयराम विद्यापीठ में कथा स्थल पर पहुंची भागवत कथा शोभा यात्रा
भागवत कथा के पहले दिन पहुंचे अनेकों संत महापुरुष
भागवत कथा के पहले दिन उमड़े भारी संख्या में श्रद्धालु
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ में गीता जयंती महोत्सव 2022 के उपलक्ष्य में देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के सान्निध्य में भागवत पुराण की कथा प्रारम्भ हुई। कथा के पहले दिन अनेकों संत महपुरुषों व कथा वाचक श्याम भाई ठाकर के साथ थानेसर के विधायक सुभाष सुधा एवं परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी सिर पर भागवत पुराण शोभा यात्रा में कथा स्थल पर लेकर पहुंचे। कथा श्रवण करने थानेसर के विधायक सुभाष सुधा, के.डी.बी. सदस्य सौरभ चौधरी, वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील राणा, पूर्व विधायक रमेश गुप्ता, पवन गर्ग भी पहुंचे। कथा से पूर्व दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर से विद्यापीठ तक भव्य शोभा यात्रा बैंड बाजों के साथ निकाली गई।
शोभा यात्रा में संजय गांधी मेमोरियल स्कूल के एनसीसी बैण्ड तथा नगर के प्रमुख बैंडों ने सिर पर पवित्र कलश धारण किए महिलाओं का नेतृत्व किया। यजमान परिवार द्वारा भागवत पुराण को सिर पर धारण कर कथा स्थल तक पहुंचाया गया। इस के उपरांत परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी, विधायक सुभाष सुधा, कथावाचक आचार्य श्याम भाई ठाकर, विद्यापीठ के सभी ट्रस्टियों तथा यजमान परिवार द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ व्यासपीठ पर भागवत पुराण को स्थापित किया गया। कथा प्रारम्भ से पूर्व थानेसर के विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि जयराम विद्यापीठ 31 सालों से गीता जयंती के अवसर पर गीता के भक्तों एवं श्रद्धालुओं की सेवा कर रही है।
कुरुक्षेत्र भगवान श्री कृष्ण के श्री मुख से उत्पन्न गीता की जन्मस्थली है और यहां गीता की धारा निरंतर बह रही है। परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि वह गीता जयंती पर अपने परम पूज्य गुरु प्रात: स्मरणीय ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ही गीता के संदेश को जन जन तक पहुंचाने में जुटे हुए हैं। उन्होंने संत मोरारी बापू के साथ अपनी यादों को ताजा करते हुए कथावाचक श्याम भाई ठाकर से भी कहा कि युवाओं के कल्याण एवं नशे से मुक्ति के लिए प्रेरणा दी जाए। विद्यापीठ का कार्य तो गीता प्रेमियों की सेवा करना है। पहले दिन की कथा में आचार्य श्याम भाई ठाकर ने व्यासपीठ से कहाकि हर मनुष्य को सदा समर्पण के साथ भगवान से जुड़े रहना चाहिए न केवल खुद बल्कि अपने परिजनों को भी जोड़े रखना चाहिए। भगवान की मदद से हर काम आसान हो जाता है। उन्होंने बताया कि भगवान की नजर यदि प्राणी पर नहीं है, तो छोटा सा भी काम भी पहाड़ दिखाई पड़ने लगता है, ऐसा भी नहीं है कि मनुष्य के जीवन में कोई दुख नहीं आएंगे जो आपके भाग्य में लिखा है। वो तो होकर ही रहेगा, लेकिन इन दुखों से लड़ना भगवान आसान कर देता है।
आचार्य ठाकर ने कथा में कहा कि हम सभी के जीवन से मुस्कान दूर होती जा रही है, जो समाज के लिए चिंता का भी विषय है। मनुष्य के जीवन की एक मुस्कराहट कई काम आसान करा देती है। उन्होंने कहा कि जीवन में अपने परिवार में किसी भी प्रकार की अनैतिक कार्य की कमाई को नहीं आने दे यदि आप अपने जीवन में अनैतिक कमाई के प्रवेश को रोकने में सफल रह पाते हैं, तो आपका जीवन सुखमय रहेगा, उन्होंने उपस्थित जनसमूह से भागवत कथा से जुड़े रहने के लिए कहा। पहले दिन की कथा के समापन पर यजमान परिवार ने भागवत आरती के उपरांत प्रसाद वितरण किया। कथा में सुरेंद्र गुप्ता, देवराज गर्ग, सतीश गर्ग, पंकिल गर्ग, पवन गर्ग, राजेंद्र सिंघल, सुरेश गुप्ता, दयानन्द गुप्ता, के.के. कौशिक, श्रवण गुप्ता, कुलवंत सैनी, टेक सिंह लौहार माजरा, खरैती लाल सिंगला, राजेश सिंगला, डी के गुप्ता, ईश्वर गुप्ता, सुरेंद्र गुप्ता, सुनील गौरी, जयराम शिक्षण संस्थान के निदेशक एस.एन. गुप्ता, महिला मंडल की संगीता शर्मा व संतोष यादव, रणबीर भारद्वाज, राजेश लेखवार शास्त्री, सतबीर कौशिक, रोहित कौशिक इत्यादि भी मौजूद थे।