देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के गीता की जन्मस्थली कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में शामिल होने से पूरे विश्व को संदेश जाएगा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। भगवान श्री कृष्ण के श्री मुख से धर्मनंगरी कुरुक्षेत्र में उत्पन्न हुई पावन गीता के जन्मोत्सव अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव चल रहा है। देश के विभिन्न राज्यों में शिक्षा, विज्ञान, आध्यात्म, योग एवं गौ संरक्षण के क्षेत्र में चल रही श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के गीता की जन्मस्थली कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में शामिल होने पर स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के ऐसे अवसर पर कुरुक्षेत्र पहुंचकर ब्रह्मसरोवर के तट पर गीता पूजन एवं यज्ञ में आहुतियां देने से पूरे विश्व को गीता का संदेश पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि भारत धर्मगुरु है और पूरे विश्व के लिए धर्म का मार्गदर्शन कर रहा है।
ब्रह्मचारी ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के तीर्थों की संगमस्थली एवं गीता की जन्मस्थली पर आने से कुरुक्षेत्र एवं हरियाणा के लोगों के लिए सौभाग्य का अवसर है। कुरुक्षेत्र के तीर्थों की पहचान पूरे विश्व तक पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के गीता की जन्मस्थली कुरुक्षेत्र में पहुंचने पर सभी धार्मिक संस्थाएं स्वागत कर रही हैं। गीता जयंती के अवसर पर कुरुक्षेत्र के लोगों को भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आगमन पर स्वागत करने का मौका मिला है। कुरुक्षेत्र की धरती पर राष्ट्रपति द्वारा अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के अवसर पर दिया गया संदेश कुरुक्षेत्र के लिए ही नहीं पूरे विश्व के लिए अलौकिक है।