गीता के कुछ श्लोकों को स्कूली पाठ्यक्रम में किया जाएगा शामिल:मनोहर
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता पूरी मानवता के लिए एक मार्ग दर्शक है। इस पवित्र ग्रंथ गीता के साथ युवा पीढ़ी को जोड़ने का प्रयास सरकार की तरफ से किया जा रहा है, इसलिए पवित्र ग्रंथ गीता के कुछ श्लोकों को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल गत देर सायं अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के समापन अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 से लगातार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का स्वरूप भव्य और बड़ा होता जा रहा है। हर वर्ष गीता के उपदेशों को देश दुनिया तक पहुंचाने का अथक प्रयास किया जा रहा है। इस महोत्सव का अब विदेशों में भी इंतजार किए जाने लगा है। एक प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजन करने का निमंत्रण मिला है। इसके लिए गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद और समिति के सदस्य ऑस्ट्रेलिया गीता महोत्सव की व्यवस्था करेंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले 6 वर्षों से कोविड़ काल को छोडक़र गीता का सार का संदेश न केवल हरियाणा अपितु देश और दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाया है। विश्व के कई देश हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में शामिल हो रहे है। एक प्रश्न के उतर में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 3 दिनों से जिला स्तर पर भी गीता महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, 18 हजार स्कूली बच्चों ने गीता के श्लोकों का उच्चारण किया है और कई लोग ऑनलाईन भी इस कार्यक्रम से जुड़े और हर वर्ष यह कार्यक्रम लगातार बेहतर बनता जा रहा है।
गीता सार से लोग जुड़ रहे हैं। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज, सांसद नायब सिंह सैनी, महिला एवं बाल विकास की राज्यमंत्री कमलेश ढांडा, विधायक सुभाष सुधा, पंचकूला नगर निगम के मेयर कुलभूषण गोयल, संघ के प्रांतीय प्रभारी इन्द्रेश कुमार, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कृष्ण कुमार बेदी, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा व जिला प्रशासन व कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के पदाधिकारी भी मौजूद थे।