अभियान को लेकर जिप सीईओ भूपेंद्र सिंह ने ली अधिकारियों की बैठक, जल संरक्षण के लिए सभी विभाग उठाए आवश्यक कदम उठाए
न्यूज़ डेक्स संवाददाता –
कुरुक्षेत्र । जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि जल शक्ति अभियान-कैच द रैन के लक्ष्यों को सभी विभागों के अधिकारी जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास करेंगे। इसके साथ ही विभागीय गतिविधियों को प्रशासन द्वारा निर्धारित वेबसाइट पर अपलोड करना सुनिश्चित करेंगे। जिन विभागों ने अपने लक्ष्य पूरा कर लिए है, वे अपनी गतिविधियों को जल्द से जल्द वेबसाइट पर अपलोड करेंगे।
जिप सीईओ भूपेंद्र सिंह शुक्रवार को पंचायत भवन जिप कार्यालय में जल शक्ति अभियान-कैच द रैन के अंतर्गत संबंधित कार्यों को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अभियान से संबंधित तैयारियां पूरी कर ले और जल्द से जल्द सभी अधिकारी अपने टारगेट पूरा करले तथा जो भी कार्य करे, उसकी रिपोर्ट प्रत्येक सप्ताह जिला परिषद कार्यालय में दे और पीपीटी के माध्यम से भी करवाए जा रहे कार्यों की रिपोर्ट को तैयार करे। कृषि विभाग के अधिकारी को कहा कि जल शक्ति अभियान के अंतर्गत 2165 किसान गोष्ठियां आयोजित की जानी है तथा इसके अलावा कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से कृषि विभाग द्वारा 61 कृषि मेलों का आयोजन भी किया जाना है, इस कार्य को समय रहते पूरा करे।
उन्होंने डीडीपीओ विभाग के अधिकारियों को कहा कि जल शक्ति अभियान के अंतर्गत गांवों में जल चौपाल और ग्राम सभा का आयोजन करे। वन विभाग के अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जल शक्ति अभियान के अंतर्गत तरु यात्रा आयोजित करवाएं, महिला एवं बाल विकास विभाग करीब 743 प्रभात फेरियों का आयोजन नेहरु युवा केंद्र के सहयोग से करे। शिक्षा विभाग के अधिकारी को कहा कि जल शक्ति अभियान को लेकर स्लोगन, पेटिंग, निबंध, लेखन, क्विज आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन स्कूल और कॉलेज स्तर पर करवाएं। जन संपर्क विभाग जल शक्ति अभियान का पूरा प्रचार-प्रसार करे।
उन्होंने जल शक्ति अभियान के कार्य की समीक्षा करते हुए कहा कि इससे संबंधित सभी कार्य आगामी जल्द से जल्द तक पूरे हो जाने चाहिए, इस विषय में किसी प्रकार की कोई लापरवाही ना हो और सभी विभागों के अधिकारी केंद्र और राज्य के पोर्टल पर किए जा रहे कार्यों को फोटो-वीडियो सहित अपलोड करे। वर्तमान में जल संकट के दौर में सभी का कर्तव्य है कि पानी को व्यर्थ न बहाएं और भूजल संवर्धन के लिए स्वच्छता अभियान के अंतर्गत जमीन में सोखते गड्ढे बनाकर निपटान करे। बरसात के दिनों में बरसात की एक-एक बूंद कीमती है, उसका भविष्य में प्रयोग के लिए संचयन करे और जहां तक संभव हो जल को रैन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाकर संचयन करे।