राज्य स्तरीय कौशल महोत्सव सम्पन्न, 1700 विद्यार्थियों व अध्यापकों ने लिया भाग, दिखाया दक्षता कौशल
न्यूज़ डेक्स संवाददाता –
कुरुक्षेत्र । विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के युवाओं को सक्षम व कुशल बनाने का लक्ष्य लेकर काम कर रहे हैं। उनका विश्वास है कि यह कुशल व प्रशिक्षित युवा अपना व्यवसाय कर सकेंगे और रोजगार मांगने की जगह रोजगार देने वाले बनेंगे।
हरियाणा स्कूल परियोजना परिषद व समग्र शिक्षा द्वारा ब्रह्मसरोवर के तट पर आयोजित स्किल महोत्सव के समापन अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में प्रदेश सरकार बच्चों में व्यावसायिक कौशल विकसित करने के लिए स्कूल स्तर पर व्यावसायिक व रोजगारपरक शिक्षा प्रदान कर रही है। पूरी तरह से उपकरणों युक्त केंद्र स्कूल स्तर पर खोले जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वोकेशनल एजुकेशन प्रोग्राम के तहत हरियाणा के 1186 स्कूलों में 15 व्यावसायिक सेक्टरों के लिए विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। डीपीसी विनोद कौशिक ने अतिथियों का स्वागत किया और कौशल अभियान की जानकारी दी। मंच संचालन सतबीर कौशिक ने किया।
ब्रह्मसरोवर के तट पर गीता महोत्सव सम्पन्न हुआ तो कौशल महोत्सव शुरू हुआ। शुक्रवार को ब्रह्मसरोवर की सदरियों में राज्य स्तरीय कौशल महोत्सव के तहत विद्यार्थियों ने अपने कौशल के नमूने प्रस्तुत किए। हरियाणा स्कूल परियोजना परिषद व समग्र शिक्षा द्वारा आयोजित स्किल महोत्सव में प्रदेश के सभी 22 जिलों से लगभग 1700 विद्यार्थियों व प्रतिभागियों ने भाग लिया। विधायक सुभाष सुधा ने विजेताओं को पुरस्कृत किया। इससे पूर्व कार्यक्रम में बतौर निर्णायक पहुंची आईपीएस अधिकारी एवं नारकोटिक्स ब्यूरो अम्बाला की प्रभारी दीप्ति गर्ग ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया और एसआई डॉ अशोक ने सभी को नशा विरोधी शपथ दिलवाई। ब्रह्मसरोवर तट पर आयोजित समापन समारोह में विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि आज विश्व में भारत की पहचान युवा राष्ट्र के रूप में है। देश में लगभग 65 प्रतिशत युवा 35 वर्ष से कम की आयु के है, जो रोजगार के अवसर की तलाश में है। उन्होंने कहा कि इस युवा शक्ति को अगर उन्हें सही ढंग से प्रशिक्षित कर दिया जाए और समय की मांग के अनुसार तैयार कर दिया जाये तो उनका भविष्य उज्ज्वल है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्किल इंडिया अभियान चलाया है, जिसका उद्देश्य भारतीय युवाओं की प्रतिभाओं के विकास के लिए अवसर, और स्थान पैदा करना है ताकि उन्हें रोजगार मिले और उद्यमिता में सुधार हो। स्किल इंडिया के तहत सभी व्यवसायों के लिए प्रशिक्षण, सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है। इस योजना के द्वारा 40 करोड़ भारतीय युवाओं को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रशिक्षित करना है। इसके तहत अकुशल को कुशल बनाना तथा कुशल को आधुनिक परिवेश के अनुसार तैयार करना ताकि वे तकनीक का इस्तेमाल करते हुए रोजगार कर सके। जिला परियोजना समन्वयक विनोद कौशिक ने बताया कि हरियाणा स्कूल परियोजना परिषद द्वारा राज्य स्तरीय कौशल महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें राज्य के 22 जिलों से करीब 1700 विद्यार्थियों ने भाग लिया और अपने मॉडल प्रदर्शित किए।
उन्होंने बताया इस समय राज्य में 14 श्रेणियों में कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नौवीं कक्षा से इसका प्रारंभ हो जाता है। शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थी एक कौशल भी सीख जाता है, जिससे कि वह अपने आने वाले जीवन में अपने पैरों पर खड़ा हो सके। इन 15 श्रेणियों में कृषि, ब्यूटी, इंश्योरेंस, बैंकिंग, फाइनेंस, पेशेंट केयर, टेक्सटाइल, इंटरनेट आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसके बाद विभिन्न संस्थाओं में इन विद्यार्थियों को इंटर्नशिप भी करवाई जाती है। इस तरह के महोत्सव के आयोजन से बच्चों में न सिर्फ सीखने के प्रति ललक बढ़ेगी, बल्कि प्रतियोगी भावना भी जागृत होगी। इस तरह के प्रशिक्षण जहां बच्चों को अपने पैरों पर खड़ा होने में मददगार साबित होते हैं, वही उनमें आत्मविश्वास भी भरते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के 1074 सरकारी स्कूलों में 12 सेक्टरों व्यावसायिक शिक्षा कई साल से दी जा रही है, इस वर्ष इस कार्यक्रम में तीन नए सेक्टर नलसाजी, बिजली और निर्माण क्षेत्र तथा 112 ने स्कूल जोड़े गए हैं। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार व्यावसायिक शिक्षा के कार्यान्वयन में, स्कूल दो व्यावसायिक कार्य भूमिकाओं की पेशकश कर सकते हैं। इस अवसर पर डिप्टी डीईओ सन्तोष शर्मा, बीईओ थानेसर इंदु कौशिक, एपीसी संजय कौशिक, डॉ कृष्णा, प्रिंसिपल अश्विनी कौशिक, रामराज, रामकरण प्यारे लाल शर्मा, पवन कुमार, नित्यानन्द सहित अनेक विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।