खेलों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न राज्यों के खेल स्टेडियमों का किया जाएगाभ्रमण:संदीप
खेलमंत्री ने सिलीगुड़ी कंचनजंगा स्टेडियम का किया अवलोकन
कम बजट में तैयार किए जाएंगे बेहतरीन स्टेडियम
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 19 अक्तूबर। हरियाणा के खेल एवं युवा मामले मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में स्थित खेल स्टेडियमों का भ्रमण करके ऐसी जानकारी जुटाई जाएगी, जिससे हरियाणा में खेलों को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि जमीनी स्तर पर खिलाडिय़ों को सुविधाएं मुहैया कराई जाएं और कम बजट में ज्यादा से ज्यादा खेल परिसर तैयार किए जाएं। खेल मंत्री संदीप सिंह पश्चिम बंगाल के दौरे के दौरान सिलीगुड़ी में कंचनजंगा स्टेडियम का अवलोकन करने पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि कंचनजंगा स्टेडियम का रखरखाव बेहद बढिय़ा तरीके से किया गया है और इसकी खास बात यह है कि यह बहुत कम बजट में तैयार किया गया स्टेडियम है। इसी पैटर्न को अपनाकर हरियाणा सरकार भी अपने प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देगी। सरकार का प्रयास है कि ग्राम स्तर तक खेल परिसरों का निर्माण करवाया जाए।
उन्होंने कहा कि केवल महंगे बजट के स्टेडियम बनाकर औपचारिकता पूरी करना सरकार का प्रयास नहीं है। स्टेडियम के निर्माण के बाद इनके रखरखाव पर भी बहुत अधिक खर्च आता है। जबकि खिलाडिय़ों को ऊंची बिल्डिंग की नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर सुविधाओं की जरूरत है। ग्राम स्तर पर सरकार ऐसे खेल परिसर स्थापित करने का प्रयास करेगी। जो बेहद कम बजट में तैयार होंगे और उनमें खिलाडिय़ों को सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
उन्होंने बताया कि एक ही जगह पर करोड़ों रुपए खर्च करने की बजाय सरकार उसी पैसे से कई जगहों पर खेल परिसर तैयार कर सकती है और इसी नीति पर खेल विभाग काम कर रहा है। कंचनजंगा स्टेडियम के अधिकारियों ने खेल मंत्री सरदार संदीप सिंह को बताया कि यह स्टेडियम 1980 में अस्तित्व में आया था। जिसके बाद यहां की सरकार ने बेहतर तरीके से इसका रखरखाव करके इसे मेंटेन किया है।
यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम है और इसमें रणजी ट्रॉफी जैसे इवेंट भी आयोजित किए जा चुके हैं। 2012 में इसी स्टेडियम की तरफ से फेडरेशन कप को होस्ट किया गया था और अब तक लगभग 11 रणजी ट्रॉफी मैच यहां आयोजित किए जा चुके हैं। 2013-14 में संतोष ट्रॉफी के फाइनल मैच इसी स्टेडियम में हुए थे। 2016 में यह स्टेडियम एसएएफएफ महिला चैंपियनशिप और कोलकाता डर्बी मैचेस लीग का होस्ट भी रह चुका है।
उन्होंने कहा कि इस स्टेडियम में फुटबॉल और क्रिकेट जैसे बड़े मैच भी आयोजित करवाए जा चुके हैं। खेलमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने भारी बजट खर्च करके बड़े-बड़े खेल स्टेडियम तो खड़े कर दिए। लेकिन उनके रखरखाव की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। जिस कारण खिलाडिय़ों को वह सुविधाएं नहीं मिल पाई। जिनकी उन्हें जरूरत थी। इसलिए सरकार का पहला प्रयास खिलाडिय़ों को जमीनी स्तर पर सुविधाएं मुहैया कराना है।
उन्होंने कहा कि दौरे के दौरान जुटाई गई सारी जानकारी को वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष रखकर प्रदेश के खिलाडिय़ों के भविष्य को सवारने के लिए इन योजनाओं को पूरा करवाने का भरपूर प्रयास करेंगे।