‘स्वाधीनता अमृत महोत्सव और हम’ विषय पर आयोजित हुई प्रतियोगिता
धीरज सिंह यादव को मिला प्रथम पुरस्कार,
देशभर से प्राप्त श्रेष्ठ निबंधों में से 11 निबंध हुए पुरस्कृत
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित अखिल भारतीय आचार्य निबन्ध प्रतियोगिता का परिणाम घोषित कर दिया गया है। यह जानकारी देते हुए विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक डॉ. रामेन्द्र सिंह ने बताया कि ‘स्वाधीनता अमृत महोत्सव और हम’ विषय पर आयोजित निबन्ध प्रतियोगिता में देशभर के आचार्यों ने प्रतिभागिता की, जिनमें से प्रथम पुरस्कार धीरज सिंह यादव, सरस्वती शिशु मंदिर, कमला नगर (आगरा), द्वितीय पुरस्कार लोकेश कुमार सरस्वती शिशु मंदिर, जू.हा.स्कूल, ज्ञानसू (उत्तरकाशी), तृतीय पुरस्कार रामकरण सिंह, माधव ज्ञान केन्द्र इंटर कालेज नैनी (प्रयागराज), चतुर्थ पुरस्कार प्रतिमा सिंह, सरस्वती बालिका विद्या मंदिर, रामबाग (बस्ती), पंचम पुरस्कार रामचंद्र मंडल, पू.त. श्रीजगजीवन महाराज सरस्वती विद्या मंदिर हसनपुर (नालंदा) ने प्राप्त किया।
प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त करने वालों में प्रिया सक्सेना कान्ती कपूर सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कालेज, इज्जतनगर (बरेली), प्रीति मिश्रा आदर्श विद्या मंदिर व.मा.विद्यालय रावतभाटा, मऊपुरा (चित्तौड़गढ़), श्रीमती रश्मि पागनीस, सरस्वती विद्या मंदिर विजयनगर (देवास), नैना शर्मा, बालिका उ.प्रा. आदर्श विद्या मंदिर, तारानगर (चुरू), मधुबाला, गीता सह शिक्षा मा.विद्यालय, छोटा बाजार (थानेसर), लोकेश कुमावत, सरस्वती शिशु मंदिर चांपाखेड़ा (उज्जैन) रहे। डॉ. रामेन्द्र सिंह ने बताया प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विजेता को पुरस्कार स्वरूप 5100 रुपये, द्वितीय को 3100 रुपये, तृतीय को 2500 रुपये, चतुर्थ को 2100 रुपये, पंचम को 1500 रुपये तथा प्रोत्साहन पुरस्कार विजेताओं को 1100 रुपये प्रति आचार्य प्रदान किए जाएंगे।
डॉ. रामेन्द्र सिंह ने बताया कि संस्थान द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर आचार्य निबन्ध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। यह प्रतियोगिता संपूर्ण देश के विद्यालयों के अध्यापक-अध्यापिकाओं के लिए प्रतिवर्ष आयोजित होती है, जिसमें से श्रेष्ठ निबन्धों को चुनकर राष्ट्रीय कार्यालय विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान, कुरुक्षेत्र को भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि देशभर से कुरुक्षेत्र में प्राप्त श्रेष्ठ निबन्धों में से संस्थान के निर्णायक मंडल द्वारा 11 श्रेष्ठ निबन्धों का चयन किया गया है, जिनमें से प्रथम से लेकर पंचम स्थान तक एवं 6 निबन्धों को प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया है।