न्यूज़ डेक्स संवाददाता –
कुरुक्षेत्र । घने कोहरे के कारण सडक़ों पर छोड़ा गया बेसहारा गौवंश जहां लोगों के लिए जी का जंजाल बना हुआ है वहीं गौवंश स्वयं भी दुर्घटनाग्रस्त होकर जख्मी हो रहा है। ऐसे में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी के सानिध्य में सेवारत श्री कृष्ण कृपा गौशाला एवं सेवा समिति ने आगे आकर दुर्घटनाग्रस्त गौवंश को आश्रय देने का काम किया है। श्री कृष्ण कृपा गौशाला के प्रधान हंसराज सिंगला ने बताया कि गत रात्रि किरमच रोड़ पर निट के गेट के सामने गौवंश को किसी वाहन की टक्कर के कारण दुर्घटनाग्रस्त होकर जख्मी हो गया। सूचना मिलते ही श्री कृष्ण कृपा गौशाला के सेवक ट्राली लेकर घटनास्थल पर पहुंचे और इस घायल गौवंश को गौशाला में लाया गया। गंभीर हालत में जख्मी गौवंश को गौशाला में ईलाज चल रहा है। उन्होने बताया कि कृष्ण कृपा गौशाला ने प्राथमिकता के आधार पर दुर्घटना में घायल गौवंश को आश्रय देकर ईलाज की जिम्मवारी संभाली है। गौशाला का उद्देश्य गौवंश की सेवा करना है। सिंगला ने लोगों से अपील की कि वे बेसहारा गौवंश को सडक़ों पर न छोड़ें जिस कारण दुर्घटनाएं होने से जहां लोगों की कीमती जान जाती है वहीं गौवंश भी जख्मी हो जाता है। उन्होने कहा कि गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद का जीवन गाय और गीता के प्रति समर्पित है। उन्ही के निर्देशानुसार यह गौशाला गौवंश की सेवा में लगी हुई है।