हरियाणा सरकार की ई-टेंडरिंग के खिलाफ सरंपचों का जोरदार रोष प्रदर्शन
गांवों में नहीं घुसने देंगे राजनेता को पर्ची लिखकर जेब में डाल ले सरकार : सुखदीप
जल्द ही बीडीपीओ कार्यालयों की जाएगी तालाबंदी
न्यूज डेक्स संवाददाता
शाहाबाद। शुक्रवार को शाहाबाद की दोनों सरपंच एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से सड़कों पर उतर कर हरियाणा सरकार की ई-टेंडरिंग प्रणाली के विरोध में जोरदार रोष प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में किसानों ने एसडीएम कार्यालय का घेराव किया और मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन तहसीलदार बलविन्द्र सिंह को सौंपा। इससे पहले शाहाबाद विधानसभा सभा पंचायतों के सौ से अधिक किसान शहीद ऊधम सिंह स्मारक में एकत्रित हुए और वहां से जलूस की शक्ल में प्रदेश सरकार और पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे। सरपंचों का नेतृत्व सुखदीप मोहड़ी, विक्रम अटवान, अमरजीत सिंह मामूमाजरा और पवन ढांडा कर रहे थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में एसोसिएशन के प्रधान सुखदीप सिंह मोहड़ी ने कहा कि इस बात की पर्ची लिखकर सरकार जेब में डाल ले कि अगर किसानों ने बीडीपीओ ब्लॉकों की तालाबंदी कर दी तो वह तालाबंदी ई-टेंडरिंग प्रणाली रद्द होने के बाद ही खुलेगी।
उन्होंने कहा कि जब तक ग्राम पंचायतों को 20 लाख तक के विकास कार्य करवाने की छूट नहीं दी जाती तब तक गांवों में किसी भी राजनेता का कार्यक्रम नहीं होने दिया जाएगा। विक्रम अटवान ने कहा कि हरियाणा सरकार पंचायतों पर तानाशाही निर्णय थोपने बंद करे और प्राथमिकता के आधार पर पंचायतों पर लगाए ई-टेंडरिंग के निर्णय को वापिस ले। अमरजीत सिंह मामूमाजरा और पवन ढांडा ने कहा कि सरकार के इस निर्णय के खिलाफ अब प्रदेश स्तर पर सरपंच संगठित होंगे और आंदोलन की शुरूआत जिला स्तर से की जाएगी। प्रधान सुखदीप सिंह ने कहा कि अगली रणनीति बीडीपीओ कार्यालयों पर तालाबंदी किये जाने की जिसकी तिथि जल्दी ही निश्चित कर दी जाएगी।
गोल्डी कल्याणा और अरविन्द्र सिंह सैदपुर ने कहा कि अगर गांवों के सभी काम सरकार को ही करवाने थे तो पंचायतों का चुनाव क्यों करवाया और सरपंच क्यों बनाए। सुखवंत बोरीपुर और सतीश संभालखी ने कहा कि ई-टेंडरिंग से गांवों में होने वाले विकास कार्यों में बाधा पहुंचेगी और और विकास कार्यों में क्वालिटी नहीं रहेगी। इस अवसर पर सरपंच अमरजीत मामूमाजरा, सरपंच पवन ढांडा खरींडवा, कुलविन्द्र सिंह ढकाला, रिंकू बैरागी, अरविन्द्र सिंह सैदपुर, गोल्डी कल्याणा, सुखवंत बोरीपुर, रणजीत त्यौड़ी, रणजीत पाडलू, हरप्रीत सिंह रायमाजरा, सचिन तंगौर, दुलार सिंह मद्दीपुर, गुरबख्श सिंह सुलखनी, अमनदीप कंबोज, राकेश रावा, रोबिन पट्टी शहजादपुर, साहाब सिंह जैनपुर, सतीश संभालखी, नरेन्द्र बड़ाम सहित बड़ी संख्या में सरपंच मौजूद रहे।