डॉ. प्रदीप गोयल/न्यूज डेक्स संवाददाता
शाहाबाद। शुगर मिल के एमडी राजीव प्रसाद ने बताया कि मोटे अनाज के रूप में बाजरा के अंदर पोषक अनाज की अपार संभावनाएं हैं और हरियाणा में यह उपज मुख्य तौर पर उगाई जाती है। बाजरे की खेती को बढ़ावा देकर किसानों की आय को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज के रूप में घोषित किया है । हरियाणा में मुख्य रूप से बाजरे को हीे मोटे अनाज के रूप मेें उगाया जाता है। इसलिए मिल में लोहडी एवं मकर संक्राति के अवसर पर मिल के सभी किसान भाईयों, अधिकारियोें, कर्मचारियों एवं कौशल रोजगार से नियुक्त कर्मचारियों को बाजरे की खिचड़ी एवं प्रसाद बंटवाने हेतु भंडारे का आयोजन किया एवं सभी के लिए मंगलकामना की गयी। इस तरह के आयोजन से मोटे अनाज को बढावा मिलेगा एवं किसान भाईयों की आय में वृद्धि होगी।
गत वर्ष से ज्यादा हुई है पिराई। एमडी राजीव प्रसाद ने बताया कि मिल में अब तक 25 लाख क्विंटल गन्ना पिराई किया गया जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 2.75 लाख क्विंटल ज्यादा है। मिल की टू-डेट रिकवरी 9.67 है। मिल ने अब तक 2,30,550 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है एवं 1,43,15,234 यूनिट बिजली का निर्यात किया है। इस अवसर पर मिल के डायरेक्टर बलदेव कल्याण, कर्मचारी निदेशक नायब कौर, मुख्य लेखा अधिकारी दीपक खटोड़, चीफ इंजीनियर सतबीर सैनी, चीफ कैमिस्ट मुनीश अग्रवाल, केन मैनेजर बजरंग लाल, सेल्स मैनेजर राजीव धीमान व श्रम कल्याण अधिकारी मोहित गर्ग एवं दोनो यूनियन के प्रधान उपस्थित रहे।