लोहड़ी के त्यौहार पर बच्चों और युवाओं के साथ बुजुर्गों ने भी लिया खूब आनंद, हरियाणवी तथा पंजाबी गीतों पर मचा धमाल
लोहड़ी उत्सव पर बुजुर्गों ने भी दी पुराने गीतों की प्रस्तुति
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।अपनों से नकारे गए तथा परिवारों से दूर प्रेरणा वृद्धाश्रम में जीवन यापन कर रहे अनेकों बुजुर्ग लोहड़ी के त्यौहार पर बच्चे, युवाओं और महिलाओं के साथ मस्ती में झूमने को मजबूर हो गए। हों भी क्यों न क्योंकि प्रेरणा वृद्धाश्रम में सभी त्यौहारों होली, दीपावली, दशहरा तथा तीज के भांति लोहड़ी का त्यौहार भव्य तरीके से हर्षोल्लास तथा श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस मौके पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों के युवाओं, बच्चों एवं टीचरों सहित नगर की अनेक गणमान्य हस्तियों ने भी वृद्धाश्रम के बुजुर्गों के साथ लोहड़ी के त्यौहार का आनंद लिया। लोहड़ी के त्यौहार पर अपने पुराने दिनों को याद करते हुए बुजुर्ग दम्पतियों ने पुराने गीतों पर प्रस्तुतियां दी। इस मौके पर कार्यक्रम इंचार्ज हरिकेश पपोसा के मार्गदर्शन में पंजाबी गीतों के साथ भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। जिसमें तो बच्चों और युवाओं के साथ कार्यक्रम में आये मेहमान तो खूब झूमे साथ ही बुजुर्गों ने भी खूब आनंद लेते हुए ठुमके लगाए। हरियाणवी तथा पंजाबी गीतों पर तो खूब धमाल हुआ। ऐसे समय में बुजुर्ग यह भूलने को मजबूर हो गए कि वह अपने परिवारों से दूर किसी वृद्धाश्रम में रहते हैं। प्रेरणा आश्रम में नन्हे बच्चों ने भी सुंदर प्रस्तुतियां दी। बच्चों की प्रतिभा देखकर बड़े बुजुर्ग अभी दंग रह गए।
प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक डा. जयभगवान सिंगला ने कहा कि वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ पूरा वर्ष वृद्धाश्रम के बुजुर्गों के साथ सभी त्यौहार मनाते हैं ताकि बुजुर्गों में सकारात्मक सोच पैदा हो और बुजुर्ग कभी यह न सोचें कि वे अपने परिवारों से दूर हैं। उन्होंने बताया कि पवित्र अवसर पर स्कूल के बच्चे, शिक्षण संस्थानों के युवा तथा टीचर प्रेरणा वृद्धाश्रम में अपने परिवारों से दूर बुजुर्गों के साथ मस्ती में लोहड़ी का त्यौहार मनाने के लिए पहुंचे हैं। ऐसे समय में प्रेरणा वृद्धाश्रम में हर आदमी इन बुजुर्गों के साथ मस्ती में झूम रहा है तथा नाच गा रहा है। महिलाओं की तो मस्ती देखते ही बनती है। बुजुगों के चेहरे ख़ुशी से खिले हुए हैं। बच्चों ने भी कहा कि यहां आकर उन्हें बहुत ही अच्छा लगा। यहां आकर पता लगा कि अपने से बड़ों का आदर एवं सम्मान करना चाहिए। हमें अपने बुजुर्गों के साथ अधिक से अधिक समय बिताना चाहिए। समाजसेवी रितु भारद्वाज एवं अनीता रामपाल ने कहा कि वे प्रेरणा वृद्धाश्रम में उन बुजुर्गों के साथ लोहड़ी का त्यौहार मनाने पहुंचे हैं जो किसी न किसी कारण से अपने घरों से निकले या निकाले गए हैं। इन बुजुर्गों को अपने परिवारों के बीच लोहड़ी का अहसास करवाने के लिए वृद्धाश्रम में अन्य काफी लोग भी पहुंचे हैं।
राजकुमारी पंवार, आशा सिंगला तथा भारती धीमान कहा कि लोहड़ी के अवसर पर प्रेरणा वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के बीच आकर बहुत अच्छा लगा। बच्चों को बुजुर्गों के बीच आकर प्रेरणा मिली है। बच्चे अपने दादा दादी और नाना नानी से लगाव करें तथा प्यार करें। बुजुर्गों को सम्मान मिले और बच्चे समझेंगे तो बुजुर्गों को भी घर पर ही प्यार सम्मान मिलेगा। डा. जय भगवान सिंगला ने कहा कि उनका प्रयास रहता है कि स्कूलों के बच्चे प्रेरणा वृद्धाश्रम में आकर बुजुर्गों के साथ लगाव को समझें। उन्हें प्यार करें और बच्चों को अच्छे संस्कार मिलें। प्रेरणा संस्था की अध्यक्षा रेणु खुंगर ने आये हुए सभी लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका मकसद होता है कि बुजुर्गों को अपनेपन का अहसास हो। बुजुर्गों को किसी तरह का अकेलापन महसूस न हो। इस तरह से बच्चों और युवाओं को भी संस्कार मिलते हैं। इस मौके पर बुजुर्गों को लोहड़ी के पर्व पर मिठाईयां तथा फल वितरित गए और बुजुर्गों ने लोहड़ी के पर्व का खूब आनंद लिया। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के समापन पर विशाल लोहड़ी जलाई गई। जिसकी विधिवत पूरा अर्चना के उपरांत सभी ने लोहड़ी के गीत गाये। इस अवसर पर डा. विजय दत्त शर्मा, चंद्रकांता, बलविंदर कौर, रक्षा देवी, विजयलक्ष्मी, सीता देवी, बीना देवी व आश्रम के अन्य सभी बुजुर्ग भी मौजूद थे।