डॉ प्रदीप गोयल/न्यूज़ डेक्स संवाददाता
शाहाबाद । कांग्रेस नेता विक्रमजीत डोलके ने स्थानीय विश्रामगृह में प्रैसवार्ता करते हुए कहा कि शाहाबाद से कांग्रेस के पूर्व विधायक रहे और अब भाजपा में शामिल हुए अनिल धंतौड़ी ने कांग्रेस के साथ एहसान फरामोशी करने का काम किया है। डोलके ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अनिल धंतौड़ी पर विश्वास जताते हुए उन्हें कांग्रेस की टिकट पर तीन बार शाहाबाद विधानसभा से विधायक का चुनाव लड़वाया है। जिसमें अनिल धंतौड़ी 2009 में विजयी रहे, 2014 में पराजित हुए और 2019 में उनकी जमानत जब्त हुई। डोलके ने कहा कि अनिल धंतौड़ी अपने कार्यकाल में जनता के अनुरूप काम करने में असमर्थ रहे। इसीलिए शाहाबाद की जनता ने अनिल धंतौड़ी पर दोबारा विश्वास नहीं जताया। डोलके ने कहा कि लगातार दो बार मिली हार के कारण अनिल धंतौड़ी यह जान चुके थे कि शाहाबाद की जनता अब उन्हें पसंद नहीं करती। इसी कारण धंतौड़ी शाहाबाद और कांग्रेस से चंपत हो गये हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 से 2014 तक के कार्यकाल में शाहाबाद में हुए विकास को अपनी उपलब्धियां बताने वाले पूर्व विधायक धंतौड़ी भूल गये हैं कि यह सारा विकास उस समय की कांग्रेस सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की देन हैं। डोलके ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की बदौलत ही शाहाबाद को उपमंडल का दर्जा मिला और रेलवे फाटक पर जलेबी पुल का निर्माण हुआ। विक्रमजीत डोलके ने कहा कि अनिल धंतौड़ी के कारण ही शाहाबाद के कांग्रेस कार्यकर्ता निराश थे लेकिन अब धंतौड़ी के कांग्रेस छोडऩे के बाद शाहाबाद के सभी पार्टी वर्कर एकजुट हो गये हैं। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के कारण धंतौड़ी को प्रसिद्धी मिली वह उसी पार्टी से भगौड़े हो गये और भगौड़े व्यक्ति जहां भी जाएगा नुकसान का अपवाद ही बनेगा। डोलके ने कहा कि पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी को उनकी यह नेक सलाह रहेगी कि वह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के लिए किसी तरह की गल्त टिप्पणी न करें औैर इसे कांग्रेस कार्यकर्ता कभी बर्दाशत नहीं करेंगे। इस मौके पर अमरेन्द्र सिंह कठवा, नेत्रपाल तंगौर, राजकुमार सुलखनी आदि मौजूद थे।