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एनआईसी कुरुक्षेत्र का लिया जाएगा प्रतियोगिता के लिए सहयोग
26 जनवरी को संस्थाओं के सहयोग से लगाएं जाएंगे भंडारे
उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने संस्थाओं के प्रतिनिधियों से की बैठक
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर सरस्वती महोत्सव पर गीता महोत्सव की तर्ज पर क्वीज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा और इस क्वीज प्रतियोगिता के लिए एनआईसी कुरुक्षेत्र का सहयोग लिया जाएगा। अहम पहलु यह है कि पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर 26 जनवरी को संस्थाओं के सहयोग से भंडारा लगाया जाएगा।
बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच वीरवार को सर्किट हाउस में संस्थाओं के प्रतिनिधियों की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले धुमन सिंह किरमच ने सरस्वती महोत्सव के सफल आयोजन को लेकर भाजपा के जिला अध्यक्ष रवि बतान, सुशील राणा, रामपाल पाली, थानेसर सेवा समिति के संयोजक नरेन्द्र जांगडा, मंडल अध्यक्ष देश राज शर्मा, परमजीत कौर कश्यप, हरीश अरोड़ा, मंडल अध्यक्ष रमेश सैनी, फतेह चंद गांधी, रजविन्द्र जुनेजा, अमित रोहिला, पृथ्वी सिंह, विवेक भारद्वाज, विवेक रावत, गौरव भट्टï, जगदीश शर्मा, ईश्वर कौशिक, जितेन्द्र धुराला के साथ-साथ अन्य समाज सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से विचार विर्मश किया और 26 जनवरी को सरस्वती महोत्सव पर भंडारे का विशेष प्रबंध किया जाएगा।
उपाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में सरस्वती महोत्सव का आयेाजन 25 व 26 जनवरी को किया जाएगा, इस महोत्सव के 25 जनवरी के कार्यक्रम आदिबद्री में होंगे और 26 जनवरी के कार्यक्रम पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर होंगे। उन्होंने कहा कि सभी का प्रयास रहेगा कि आदि बद्री से लेकर कुरुक्षेत्र तक संस्थाओं के सहयोग सरस्वती नदी के किनारे स्थित गांवों में भी भंडारों का आयोजन किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी को सुनिश्चित किया जा सके। इस महोत्सव को लेकर बोर्ड द्वारा जोर-शोर से तैयारियां की जा रही है। सभी का प्रयास है कि इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए कोई कसर ना छोडी जाए।
उपाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में सरस्वती महोत्सव का आयेाजन 25 व 26 जनवरी को किया जाएगा, इस महोत्सव के 25 जनवरी के कार्यक्रम आदिबद्री में होंगे और 26 जनवरी के कार्यक्रम पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर होंगे। उन्होंने कहा कि सभी का प्रयास रहेगा कि आदि बद्री से लेकर कुरुक्षेत्र तक संस्थाओं के सहयोग सरस्वती नदी के किनारे स्थित गांवों में भी भंडारों का आयोजन किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी को सुनिश्चित किया जा सके। इस महोत्सव को लेकर बोर्ड द्वारा जोर-शोर से तैयारियां की जा रही है। सभी का प्रयास है कि इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए कोई कसर ना छोडी जाए।