जिन्दा है हम जिन्दा रहेंगे, कुछ हस्ती है हमारी, परवाह गैरो की क्यूं करे हम दुनिया में, खौफजदा है वो जिन्हें सुहाती नहीं है हस्ती हमारीः डॉ धर्म देव विद्यार्थी
समय चला पर कैसे चला पता ही नहीं चलाः डॉ. सुमिता शर्मा
तेरी अराधना करूं, पाप क्षमा कर, जीवन दे दे दया की याचना करूंः डॉ. विवेक कोहली
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, हरियाणा प्रांत शिक्षा एवं
डीएवी पब्लिक विद्यालय, जींद द्वारा द्वारा देशभक्ति गीत, भजन एवं कविता का मासिक ऑनलाइन कार्यक्रम मंगलवार देर सायं आयोजित किया गया। भारत माता की आरती से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम की मुख्यातिथि प्रो सुषमा यादव, प्रो. वाईस चांसलर, हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय, महेन्द्रगढ़ ने गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास भारत में शिक्षा एवं संस्कृति के क्षेत्र में कार्य करने वाला न्यास है। उन्होंने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम के लिए सभी को बधाई दी व शहीदों की शहादत को याद कर उनको नमन किया। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व को जीतने की क्षमता भारत में हैं। शिक्षा के परिवर्तन से ही समाज में परिवर्तन आएगा।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ धर्म देव विद्यार्थी, क्षेत्रीय निदेशक डी ए वी पब्लिक विद्यालय, जींद जोन ने देश के शहीदों को और उनके बलिदान को याद किया। उन्होंने कहा कि शहीदों ने ही हिंदुस्तान में आजादी की मशाल जलाई। उन्होंने अपनी स्वरचित रचना जिन्दा है हम जिन्दा रहेंगे, कुछ हस्ती है हमारी, परवाह गैरो की क्यूं करे हम दुनिया में, खौफजदा है वो जिन्हें सुहाती नहीं है हस्ती हमारी के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास हरियाणा प्रांत के अध्यक्ष व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा ने मुख्यातिथि प्रो सुषमा यादव, प्रो. वाईस चांसलर, हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय, महेन्द्रगढ़ का स्वागत किया और कहा कि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा हर माह देशभक्ति गीत, भजन एवं कविता का मासिक ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया जाता है ताकि युवा जो जड़ो से छूट चुके हैं उन्हें अपनी शिक्षा एवं संस्कृति से जोड़ा जा सके।
डीएवी कालेज जींद की मोनिका ने ईश्वर जो कुछ करता है अच्छा करता है, विभूति मलिक ने मुझे तूने दाता बहुत कुछ दिया है, प्रीतिका बंसल ने मेरे जो गिरधर गोपाल दूसरा न कोई भजन गाकर सबकी वाह-वाही लूटी। डॉ. प्रतिभा सिंह, पंचकूला ने भारत वंदे मातरम वंदे मातरम, डॉ. सुमिता शर्मा ने समय चला पर कैसे चला पता ही नहीं चला, डॉ विवेक कोहली, प्राचार्य व संरक्षक द्वारा गाए प्रभु भक्ति भजन तेरी अराधना करूं, पाप क्षमा कर जीवन दे दे दया की याचना करूं को सभी ने सराहा। चन्द्र कान्ता क्रांति सेवा निवृत्त राजपत्रित अधिकारी, शिक्षा विभाग, हरियाणा, सोनीपत ने बहुत से लोग अपने दुखों के गीत गाते हैं, होली या दिवाली सदा मातम मनाते हैं, जगत सिंह द्वारा भजन जप राम नाम लेले हर काम हो जाए, जितनी बड़ी हो मुश्किल आसान हो जाए की सुंदर प्रस्तुति दी ।
अंत में दीपक वशिष्ठ, प्राध्यापक गणित, राजकीय आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, फरीदाबाद द्वारा कल्याण मंत्र से कार्यक्रम का समापन हुआ।
इस अवसर पर डॉ. विवेक कोहली, डॉ. निरूपमा कोहली, डॉ. दीपक वशिष्ठ, डॉ. सुमिता शर्मा, डॉ. रूपेश गौड, वंदना शर्मा, रीटा मुंजाल, अमित कुमार शर्मा, डॉ. इश्पिता बंसल, डॉ. पुनीत बंसल, हरेन्द्र भारद्वाज,डॉ. सोनिया शर्मा, डॉ. विकास पोपली, अनिल शर्मा, अमित भटनागर, विजय जांगडा सहित विभिन्न विषयों के संयोजक व सह-संयोजकों ने भाग लिया।