जीएसटी एक सरल प्रक्रिया हैः प्रो नरेंद्र सिंह
जीएसटी और टैली पर 2 दिवसीय कार्यशाला का प्रारंभ
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 22 अक्टूबर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग, इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टेड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की करनाल शाखा टैली सॉल्यूशन्स और हरियाणा कॉमर्स एंड मैनेजमेंट एसोसिएशन द्वारा आयोजित जीएसटी और टैली विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए वाणिज्य एवं प्रबन्धन संकाय के अधिष्ठाता प्रो. नरेंद्र सिंह ने कहा कि भारत ने बदलते हुए टैक्स सिस्टम को लागू कर दिया है जो कि टैक्स प्रणाली को सरल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने बताया कि भारत में उत्पाद पर अनेक स्तरों पर टैक्स लगाया जाता थाए जिससे कीमत बहुत बढ़ जाती थी। उपभोक्ता को टैक्स पे टैक्स देना पड़ता था। जीएसटी से यह प्रक्रिया सरल हुई है और अब उत्पाद पर रख बार ही टैक्स लगता है। उन्होंने वाणिज्य विभाग को इस बदले टैक्स प्रणाली को अपने सलेब्स में शामिल करने पर साधुवाद दिया और कहा कि इस प्रकार के बदलावों को शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को समझना चाहिये ताकि बे व्यापार में अपना योगदान दे सकें।
उन्होंने इस कार्यशाला के आयोजन पर विभाग को बधाई दी और कहा कि इस कार्यक्रम से शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार होगा और विद्यार्थियों को नया ज्ञान संचारित होगा।
इंस्टिट्यूट ऑफ़ चारटेड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की करनाल शाखा के अध्यक्ष दीपक कपूर ने कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के ज्ञानवर्धक के लिये वे इस कार्यशाला के आयोजन में सहभागी बन सुखद महसूस कर रहे हैं। बदलता टैक्स विद्यार्थियों को समझना आवश्यक है ताकि वे नए नियमों के तहत टैक्स की अदायगी की प्रक्रिया को समझकर उसका पालन करवा सकें।
उन्होंने भविष्य में भी विद्यार्थियों के लिये आयोजन होने वाले कार्यक्रमों में सहयोग देने का आश्वासन दिया।वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. तेजेन्द्र शर्मा ने कार्यक्रम के वक्ताओं तथा प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए बताया कि शिक्षकों को बदलते हुए विषयों का ज्ञान संचारित करने में विभाग इस प्रकार के कार्यक्रम करता रहेगा। उन्होंने प्रतिभागी संस्थाओं का भी इस कार्यक्रम के आयोजन में भरपूर सहयोग दिया।
इस कार्यक्रम में जीएसटी विषय की मुख्य वक्ता सीए अंचल कपूर ने कहा कि जीएसटी को समझने पर पता चलता है कि यह एक सफल प्रक्रिया है और व्यापारियों को लाभ होगा। लागू होने के बाद इसमें 600 बार बदलाव हो चुका है और अधिकतर दिक्कत इसी वजह से आती है। विद्यार्थियों तथा व्यापारियों को इस बदलाव को अच्छी तरह से समझना चाहिये। उन्होंने सरलता से इस विषय को प्रतिभागियों को समझाया।
टैली एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर की मुकेश जुनेजा द्वारा ट्रेनिंग दी गयी। उन्होंने प्रतिभागियों को अपने कंप्यूटर पर इसे इंस्टाल करके इसमे किये जा सकते वाले जीएसटी के अनेक प्रोग्रामिंग की जानकारी दी।
इस कार्यशाला में देश भर के 600 से अधिक लोगों ने पंजीकरण करवाया। इस कार्यक्रम में वाणिज्य विभाग के छात्रों तथा शोधार्थियों ने भरपूर योगदान दिया। मंच संचालन शेफाली ने किया तथा तकनीकी सहयोग डॉ. पूजा मल्होत्रा, तान्या, नैंसी तथा अंजली ने किया। इस कार्यशाला में कल इन्ही विषयों को गहनता से समझाया जाएगा।