पोखरियाल ने छात्रों से राष्ट्र के विकास में योगदान देने का आग्रह किया
न्यूज डेक्स इंडिया
दिल्ली,22 अक्तूबर। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज आईआईटी रोपड़ के स्थायी परिसर को देश को समर्पित किया। इस अवसर पर शिक्षा राज्यमंत्री, श्री संजय धोत्रे भी मौजुद थो। इस कार्यक्रम में आईआईटी रोपड़ के निदेशक, प्रो. सरित के. दास एवं आईआईटी रोपड़ के रजिस्ट्रार, रविंद्र कुमार एवं अन्य गणमान्य लोगों ने भी हिस्सा लिया।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, पोखरियाल ने आईआईटी रोपड़ बिरादरी को शुभकामनाएं प्रदान की और उन्होंने भारत को वैश्विक रूप से एक मजबूत एवं जीवंत राष्ट्र के रूप में परिवर्तित करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाने के लिए छात्रों और शोधकर्ताओं की सराहना की। केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर बल दिया कि प्राचीन काल से ही भारत ज्ञान के क्षेत्र में एक समृद्ध राष्ट्र रहा है और वैश्विक स्तर पर समृद्ध विरासत एवं संस्कृति वाले देश के रूप में जाना जाता रहा है। छात्रों को राष्ट्र का योद्धा बताते हुए मंत्री ने उनसे राष्ट्र के विकास में योगदान देने का आग्रह किया।
पोखरियाल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि आईआईटी रोपड़, देश और विदेश के शीर्ष स्थान रखने वाले शिक्षण संस्थानों के बीच में लगातार प्रदर्शन करता रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में आईआईटी रोपड़, आईआईएससी बैंगलोर के बाद, टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग, 2021 में 351-400 रैंक लाने में शीर्ष स्थान पर रहा है। उन्होंने आगे बताया कि शोध प्रशस्ति पत्र में आईआईटी रोपड़ को दुनिया में प्रथम स्थान प्रदान किया गया है। एनआईआरएफ में, आईआईटी रोपड़ ऑल इंडिया इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग 2019-20 में 25वें स्थान पर रहा है। उन्होंने कहा कि क्यूएस इंडिया रैंकिंग 2020 में भारत में 25वें स्थान प्राप्त करने के साथ ही आईआईटी रोपड़ अनुसंधान गुणवत्ता में सभी आईआईटी से आगे रहा है और यह प्रति पेपर प्रशस्ति पत्र में उच्चतम अंक है।
मंत्री ने एनईपी 2020 के संदर्भ में बात करते हुए एनईपी 2020 में क्रेडिट बैंक पर प्रकाश डाला, जो कि वैश्विक शिक्षा कार्यक्रम के अनुसार है। इसके अलावा, एनईपी 2020 के साथ व्यावसायिक पाठ्यक्रम को भी लाया जाने पर भी, जो आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और भारतीय छात्रों के लिए वैश्विक प्रदर्शन को ज्यादा सुविधाजनक बनाने के लिए शिक्षा क्षेत्र को खोलेगा।
उद्घाटन समारोह के दौरान संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा, “एनईपी 2020 एक आत्मनिर्भर भारत का आधार बनेगा और हमें वास्तविक रूप में आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता प्रदान करेगा।”