पिपली सरस्वती चैनल से उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने शुरु किया स्वच्छता अभियान
आदि बद्री से लेकर सिरसा तक किया जाएगा निरीक्षण
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 23 अक्तूबर। हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने कहा कि देश की प्राचीनतम सरस्वती नदी के तट पर वर्तमान में जितने भी पर्यटन स्थल और अन्य धरोहर है सबसे पहले उनको स्वच्छ बनाया जाएगा। इसके लिए आदि बद्री से लेकर सिरसा तक हरियाणा की सीमा तक निरीक्षण किया जाएगा। इस पवित्र नदी के किनारे प्राचीन धरोहरों को सहेजना सबका कर्तव्य है। इस कर्तव्य को पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाया जाएगा।
उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच शुक्रवार को पिपली में सरस्वती चैनल पर स्वच्छता अभियान को शुरु करने के उपरांत बोर्ड के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। इससे पहले हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच, एससी अरविन्द कौशिक, एसडीओ जितेन्द्र, जिला परिषद की उपाध्यक्ष परमजीत कौर कश्यप, बीड़ पिपली के सरपंच दिनेश, पिपली के सरपंच गुरप्रीत, माणक सिंह पंच ने पिपली सरस्वती चैनल का निरीक्षण किया और स्वयं स्वच्छता अभियान का शुभारम्भ किया।
उन्होंने कहा कि पवित्र सरस्वती नदी के किनारे पूरे विश्व को शिक्षा और संस्कार मिले। यह सौभाग्य है कि हजारों वर्ष पहले सरस्वती नदी का बहाव कुरुक्षेत्र में रहा और इस पावन धरा पर ही वेदों और पुराणों की रचना की गई। इसलिए इस पवित्र नदी के लुप्त होने के बाद सरस्वती चैनल और सरस्वती नदी के किनारे वर्तमान में स्थित धरोहरों को स्वच्छ बनाने का प्रयास सबसे पहले किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि धरोहरों को स्वच्छ बनाने के लिए आमजन के सहयोग की निहायत जरुरत रहेगी। लोगों के सहयोग के बिना इस अभियान को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सकता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का भी पूरा फोकस देश और प्रदेश को स्वच्छ बनाने का है। इसलिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के मार्ग पर चलते हुए सरस्वती नदी के उदगम स्थल आदि बद्री से लेकर प्रदेश की सीमा तक स्वच्छता अभियान तक चलाने का एक खाका भी तैयार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बोर्ड के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी इस बाबत आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे कि स्वच्छता अभियान की रुप रेखा तैयार की जाए और ग्राम पंचायतों, प्रशासन तथा आम नागरिकों के सहयोग से स्वच्छता अभियान के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।