राजस्व से संबंधित मामलों का जल्द करें निपटान
रिकवरी में भी लाई जाए तेजी
राजस्व मामलों को लेकर डीसी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित
रोहतक, 2 फरवरी : उपायुक्त यशपाल ने सरप्लस भूमि की गांव वाइज सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त आज लघु सचिवालय के सभागार में राजस्व विभाग से संबंधित विभिन्न विषय को लेकर समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।उपायुक्त यशपाल ने कहा कि जिला में जो भूमि सरप्लस घोषित की गई है उनकी गांव वाइज सूची तैयार कर ली गई है। सूची में यह भी बताना होगा कि किस भूमि पर विवाद है और कौन सी भूमि विवाद रहित है। इस प्रकार से श्रेणी बनाकर सरप्लस भूमि का पूरा विवरण राजस्व अधिकारियों को देना होगा। उन्होंने राजस्व अधिकारियों जिनमें एसडीएम व तहसीलदार आदि शामिल है की कोर्ट में लंबित मामलों को जल्द से जल्द निपटाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से राजस्व से संबंधित मामलों को पूरी रुचि लेकर निपटाया जाए। पक्षकारों को नोटिस देकर उनकी सुनवाई का मौका दें और उसके उपरांत ही निर्णय लिया जाए।उपायुक्त यशपाल ने कहा कि राजस्व मामलों का निपटान करने के लिए विशेष अभियान चलाना होगा और गांव वाइज पक्षकारों को बुलाकर ऐसे मामलों का निपटान करवाया जाए। उन्होंने कहा कि स्टैंप एक्ट व पंजाब विलेज कॉमन लैंड एक्ट की धारा-7 के अंतर्गत आने वाले मामलों को जल्द से जल्द निपटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जमाबंदी व इंतकाल से संबंधित तमाम विचाराधीन मामले भी जल्द से जल्द निपटाए जाएं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भूमि बंटवारे के मामलों पर विशेष फोकस किया जाए। उपायुक्त यशपाल ने तहसीलदारों को निर्देश देते हुए कहा कि रिकवरी भी तेजी से की जाए। अगर कोई पक्षकार बकाया राशि देने में देरी कर रहा है तो उसे न केवल ब्याज की वसूली की जाए बल्कि नियम अनुसार उसके खिलाफ कार्रवाई भी अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारियों को उनकी अदालत में आने वाले मामलों को निपटाने के लिए कैलेंडर बनाना होगा और समय अवधि निर्धारित करके लंबित मामलों को जल्द से जल्द निपटान करना होगा। बैठक में रोहतक एसडीएम राकेश कुमार सैनी, महम के एसडीएम दलवीर फोगाट, सांपला के एसडीएम सुभाष चंद्र जून, नगराधीश मोहित महराना, जिला राजस्व अधिकारी चंद्रमोहन, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी जितेंद्र शर्मा, रोहतक के तहसीलदार मनोज कुमार, सांपला के तहसीलदार गुलाब सिंह व डीआईओ डॉ. जितेंद्र मलिक सहित विभिन्न राज्यसभा अधिकारी मौजूद थे।