नामधारी संगत ने महर्षि दयानन्द सरस्वती को युगपुरूष बताया
यज्ञ से सभी को लाभ मिलना बताया
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरूक्षेत्र । धर्मक्षेत्र-कुरूक्षेत्र के ब्रहमसरोवर पर महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वितीय जन्मशताब्दी शुभारम्भ समारोह में बुधवार को आठवें दिन नामधारी सम्प्रदाय प्रमुख सदगुरू दलीप सिंह महाराज के प्रतिनिध के साथ नामधारी साध संगत ने कुरूक्षेत्र पहुंच कर चतुर्वेद पारायण यज्ञ में वेद मंत्रों पर आहुति डाली। इस अवसर पर नामधारी सम्प्रदाय के प्रमुख सदगुरू दलीप सिंह के प्रतिनिधि सुभा अमरीक सिंह, सुभा रत्न सिंह, श्रीमति संदीप कौर, तेजेन्द्र सिंह के साथ चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब व दिल्ली की संगत कुरूक्षेत्र पहुंची व महर्षि दयानन्द सरस्वती को युगपुरूष बताया व कहा कि महर्षि दयानन्द सरस्वती ने वेद प्रचार कर पूरी दूनिया को सत्य के रास्ते पर चलने व आपसी भाईचारे से रहने का संदेश दिया था। उन्होंने आपसी भेदभाव, छूआछूत को मिटाया। उन्होंने कहा कि यज्ञ एक वैज्ञानिक विधि है, जिससे सभी को लाभ मिलता है व पर्यावरण की शुद्वता होती है। कार्यक्रम के अध्यक्ष स्वामी सम्पूर्णानन्द सरस्वती ने चारों वेदों का यज्ञ लगातार बारह दिनों तक ब्रहमसरोवर पर सुर्योदय से सुर्यास्त तक कर एक ऐतिहासिक कार्य किया है।
वेद जीवन जीने की कला सीखाता: सम्पूर्णानन्द
इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष स्वामी सम्पूर्णानन्द सरस्वती ने अपने सम्बोधन में कहा कि वेद हमें जीवन जीना सीखाता है। यदि हम वेद के रास्ते पर चले तो जीवन में कोई बुराई नहीं हो सकती।
देश के हर राज्य से पहुंच रहे महर्षि दयानन्द समारोह में लोग
कुरूक्षेत्र में गुजरात, पश्चिम बंगाल, उतरप्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा, मध्यप्रदेश से बुधवार को पहुंचे व महर्षि दयानन्द सरस्वती को मानवता को सही रास्ता दिखाने वाला मार्गदर्शक बताया।
चतुर्वेद पारायण यज्ञ में सुबह से सांयकाल तक यज्ञमानों की भीड़
महर्षि दयानन्द समारोह में आयोजित चतुर्वेद पारायण यज्ञ समारोह में सुबह से लेकर सांय तक यज्ञमानों की भीड़ लगी रहती है व वेद मंत्रों पर आहूति डालते हैं।
बुधवार को ये रहे कार्यक्रम में शामिल
बुधवार सुबह आयोजन समिति के स्वागताध्यक्ष व पानीपत जिला परिषद के वाईस चेयरमैन आर्य सुरेश मलिक व गुरदेव आर्य, सुरेश रोड़ पबनावा, नरेश रोड़ पबनावा, वीरेन्द्र आर्य ने विशेष रूप से यज्ञमान के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए।
गुरूकूल के ब्रहमचारी व आचार्य पहुंचे । बुधवार को गुरूकूल कालवा के आचार्य राजेन्द्र जी ब्रहमचारियों व गांव कालवा के ग्रामीणों के साथ पहुंचे व वेदों के रास्ते पर चलने का आहवान किया।
आयोजन समिति ने किया अतिथियों का सम्मान
इस दौरान नामधारी सम्प्रदाय की साध संगत व अन्य सभी अतिथियों का आर्य सुरेश मलिक, आचार्य राजेन्द्र, मातृभूमि सेवा मिशन के अध्यक्ष श्रीप्रकाश मिश्र, आर्य दिलबाग लाठर, आर्य रामपाल कूंडू, गुरूदेव आर्य ने सभी को वैद्विक साहित्य व महर्षि दयानन्द सरस्वती के चित्र के साथ सम्मानित किया।