न्यूज़ डेक्स राजस्थान
श्रीगंगानगर। लोकसभा में गैर सरकारी सदस्यों के संकल्प पर देश में रेलवे को विकास को लेकर होने वाली चर्चा पर बोलते हुए पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं लोकसभा सांसद श्री निहालचन्द ने संसदीय क्षेत्र श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों में रेलवे के विकास संबंधी विभिन्न मांगो को सोमवार को सरकार के समक्ष रखा।
चर्चा में भाग लेते हुए सांसद श्री निहालचन्द ने विस्तारपूर्वक अपनी बातों को रखा और बताया कि आज भारतीय रेल ट्रैक लगभग 115,000 किलोमीटर लंबा है और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा नेटवर्क है। भारत में हर दिन 2.5 करोड़ लोग रेल से यात्रा करते हैं और देश में लगभग 8 हजार स्टेशन हैं। भारतीय रेल रोजाना 33 लाख टन माल ढोती है। आज भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में रेलवे अपना अहम योगदान दे रहा है। भारतीय रेलवे की स्थापना 8 मई 1845 को हुई थी और 177 वर्ष पुराना भारतीय रेलवे आज भी सबसे सस्ता और पसंदीदा परिवहन का जरिया है।
उन्होने कहा कि वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में रेलवे की पटरियों का दोहरीकरण, विद्युतीकरण, यात्री सुविधाओं में विस्तार और सुरक्षा व्यवस्था का काम तेजी से हुआ है। केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2014 से 2022 तक 10 हजार किमी. से ज्यादा के ट्रैक बिछाए गए है, जो 2009 से 2014 के बीच गत सरकारों की तुलना में बहुत अधिक है । वर्ष 1951 से 2014 तक यानी 63 सालों में भारतीय रेल का कुल 21,413 किलोमीटर रूट ही इलेक्ट्रिफाई हो पाया था, जबकि साल 2014 के बाद से लेकर 31 जुलाई 2022 तक लगभग 8 वर्षों में रेलवे का 30,585 किलोमीटर रूट को इलेक्ट्रिफाई किया जा चुका है।
कोरोना महामारी के समय देश के आम लोगों के लिए यही भारतीय रेलवे लाइफलाइन बनी थी। सरकार द्वारा यात्रियों की सुरक्षा, चिकित्सा और अन्य सेवाओं के लिए कई कदम उठाए गए है। आधुनिक सुविधाओं और सुरक्षा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत की गई है और आज देश में कुल 10 वन्दे भारत ट्रेन रेलवे द्वारा चलायी जा रही है।
केंद्र सरकार ने किसानो की आय बढ़ाने और उनके उत्पादों को तेजी से रेलवे की मदद से देश के कोने.कोने तक पंहुचाने के लिए किसान रेल सेवा की शुरूआत की थी। पहली किसान रेल सेवा 07 अगस्त 2020 को देवलाली (महाराष्ट्र) और दानापुर (बिहार) के बीच शुरू हुई थी। भारतीय रेलवे द्वारा 167 रूटों पर किसान रेल सेवाएं संचालित की जा चुकी हैं, जो 7 लाख टन से अधिक माल की ढुलाई कर रही हैं।
भारतीय रेलवे ने आदर्श स्टेशन योजना के तहत देशभर के 1,253 रेलवे स्टेशनों में से 1,225 से ज्यादा को विकसित कर विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस कर दिया गया है और शेष भी जल्द ही विकसित कर दिए जाएंगे। इस योजना के अंतर्गत चयनित रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण, यात्री सुविधाओं में विस्तार, साफ़-सफाई, उचित पार्किंग व्यवस्थाए भवनों का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत रायसिंहनगर, श्रीविजयनगर और श्रीकरणपुर रेलवे स्टेशनों का विकास किया गया है।
उन्होने कहा कि अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना के अंतर्गत भी सूरतगढ़, श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशनों को शामिल किया गया है। साथ ही हनुमानगढ़ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर वाशिंग लाइन का निर्माण भी स्वीकृत किया गया है। देश के अमृत काल के दौरान हमारी केंद्र सरकार ने अमृत भारत स्टेशन योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत देश के 1275 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जायेगा। इस योजना के तहत रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में विस्तार, फ़ूड प्लाजा, स्टेशन भवन निर्माण और नवीनीकरण, पार्किंग की सुविधा सहित सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जायेंगी।
वर्तमान केंद्र सरकार के द्वारा रेल क्षेत्र के तेजी से विकास पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व और रेल मंत्री के कठिन परिश्रम के बल पर आज भारतीय रेलवे का पूरी तरह से कायाकल्प हो रहा है। पिछले लगभग 9 वर्षों के दौरान भारतीय रेलवे सम्पूर्ण रूप से बदल गया है और आधुनिक रेलवे की ओर अग्रसर हो रहा है। रेलवे का तेजी से विद्युतीकरण हो रहा है, आधुनिक ट्रेनों का संचालन हो रहा है, रेल मार्गों को मजबूत किया जा रहा है, यात्री सुविधाओं में विस्तार हो रहा है, फ्रेट कोरिडोर का निर्माण कर माल ढुलाई में तेजी लाई जा रही है, रेलवे के बजट में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। ये तो शुरुआत है, आने वाले समय में भारतीय रेल और बड़े विकास देखने जा रही है।
इस दौरान सांसद श्री निहालचन्द ने केंद्र सरकार से विभिन्न मांगे भी की.
जिला श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों में आमजन की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे लाइन के नजदीक विभिन्न 16 स्थानों पर रेलवे अंडर ब्रिज का निर्माण रेल विभाग द्वारा करवाया जाए। नई दिल्ली-श्रीगंगानगर के मध्य नई वन्दे भारत ट्रेन के संचालन के लिए उत्तर-पश्चिम रेलवे द्वारा 120 करोड़ रूपए के मेंटनेंस डिपो/वर्कशॉप स्थापित करने के बजट को जल्द से जल्द स्वीकृत किया जाए, ताकि अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस गाडी का लाभ सीमावर्ती क्षेत्र को भी मिल सके। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपयी के द्वारा घोषित गजसिंहपुर-पदमपुर-बींझबायला-गोलूवाला-हनुमानगढ़-रावतसर-नोहर रेलवे लाइन के निर्माण की जल्द मंजूरी प्रदान की जाए। 1 लाख 20 हजार से ज्यादा आय वाले देश के सभी रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना में शामिल कर उनका विकास किया जाए। रायसिंहनगर, अनूपगढ़, खाजूवाला, बीकानेर तक सीमावर्ती क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए एक नई रेलवे लाइन का निर्माण किया जाए। आजादी के पहले और सीमावर्ती क्षेत्र के सबसे पुराने हिन्दुमलकोट रेलवे स्टेशन का विकास सीमावर्ती क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश से बड़े पैमाने पर किया जाए। गाडी संख्या 20471/20472 (बीकानेर-पुरी-बीकानेर) का विस्तार व्यास और अमृतसर तक किया जाए। जैतसर रेलवे स्टेशन का विकास किया जाए।
श्रीगंगानगर को जल्द मिले वन्दे भारत की सौगात : सांसद श्री निहालचन्द
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