अपने बच्चों को सिख कौम के गौरवमयी इतिहास से जोडे : हरभजन सिंह मसाना
गुरु साहिबान की शिक्षाओं को जीवन में करें आत्मसात : ज्ञानी रणजीत सिंह
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
पिहोवा । शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेेटी श्री अमृतसर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जत्थेदार बलदेव सिंह कैमपुर ने कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के साहिबजादा बाबा अजीत सिंह जी के जीवन से हम सब को प्रेरणा लेनी चाहिए। साहिबजादा बाबा अजीत सिंह ने बहादुरी की अद्धितीय मिसाल पेश की है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरुद्वारा त्रिवेणी साहिब कराह साहिब पिहोवा में एसजीपीसी द्वारा करवाए गए महान गुरमत समागम में बोल रहे थे। बता दें कि यह समागम साहिबजादा बाबा अजीत सिंह जी के प्रकाश उत्सव को समर्पित था। जत्थेदार कैमपुर ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबध्ंाक कमेटी श्री अमृतसर ने हमेशा सिखों के अधिकारों के लिए आवाज बुलंद की है। बंदी सिखों की रिहाई के मामले में भी एसजीपीसी द्वारा उचित प्रयास किए जा रहे हैं,जिसके तहत हस्ताक्षर मुहिम भी चलाई गई है। उन्होंने कहा कि बंदी सिखों की रिहाई का मामला सारी कौम का मुद्दा है, जिसके लिए हम सब को एकजुट होना चाहिए। वरिष्ठ उपाध्यक्ष ने कहा कि सिखों की सर्वाेच्च संस्था एसजीपीसी को तोडऩे के लिए सरकार ने कुछ स्वार्थी तत्वों के साथ मिल कर षड्यंत्र रचा है। इसी षड्यंत्र के तहत हरियाणा की अलग कमेटी को मान्यता दिलाई्र गई है। उन्होंने कहा कि मगर सिख संगत एसजीपीसी के साथ है और उसने एचएसजीएमसी को पूरी तरह से नकार दिया है। एसजीपीसी मैंबर जत्थेदार हरभजन सिंह मसाना ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर द्वारा हरियाणा में धर्म प्रचार का कार्य बाखूबी किया जा रहा है। इसी श्रृंखला के तहत यह धार्मिक कार्यक्रम करवाया गया है। कार्यक्रम में पहुंची संगत को उन्होंने साहिबजादा बाबा अजीत सिंह जी के प्रकाश उत्सव की शुभकामनाएं देते हुए आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को सिख कौम के गौरवमयी इतिहास से जोड़े, ताकि उन्हें अपने गुरु साहिबान के बलिदान एवं बहादुरी की जानकारी मिलें। धर्म प्रचार कमेटी के मैंबर तजिंदपाल सिंह लाडवा ने कहा कि बंदी सिखों की सजा पूरी हो चुकी है, ऐसे बंदी सिखों को भी नहीं छोड़ा जा रहा है, जिनकी सजा दोगुनी हो चुकी है। देश की सरकार सिखों के लिए दोगली नीति अपना रही है।
समागम में धर्म प्रचार कमेटी के प्रचारक ज्ञानी रणजीत सिंह ने संगत को गुरु इतिहास से रूबरू करवाते हुए कहा कि हमें गुरु साहिब की शिक्षाओं को जीवन में आत्मसात करना चाहिए। साहिबजादा बाबा अजीत सिंह ने छोटी उम्र में जो अद्धितीय कार्य किया, वैसी मिसाल दुनिया में कहीं भी नहीं है। इसलिए हमें अपने बच्चों को दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के साहिबजादा के जीवन प्रसंग सुनाने चाहिए। प्रचारक ज्ञानी नवजोत सिंह ने भी साहिबजादा बाबा अजीत सिंह के जीवन प्रसंग को सुनाते हुए संगत को भाव विभोर कर दिया। श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर के हजूरी रागी भाई परमवीर सिंह ने गुरबाणी कीर्तन कर संगत को निहाल किया, जबकि धर्म प्रचार कमेटी के ढाडी जत्थे गुरपेज सिंह चविंडा ने अपनी रचनाओं से संगत को भाव विभोर किया। कार्यक्रम में मीरी पीरी अस्पताल शाहाबाद द्वारा मैडिकल जांच कैंप भी लगाया गया, जबकि सिख मिशन हरियाणा कुरुक्षेत्र द्वारा निशुल्क साहित्य प्रचार सामग्री भी वितरित की गई। इस मौके पर एसजीपीसी के एडिशन सैकेटरी डा.परमजीत सिंह सरोहा, सेवानिवृत्त उप सचिव परमजीत सिंह दुनियामाजरा, लीगल सहायक राजपाल सिंह, सिख मिशन हरियाणा के कार्यकारी प्रभारी गुरपेज सिंह, गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी के जज सिंह, गुरुद्वारा त्रिवेणी साहिब कराह साहिब के मैनेजर गुरशेर सिंह, हरकीरत सिंह, बूटा सिंह, बहादुर सिंह, प्रभजोत सिंह, सब ऑफिस के भूपिंदर सिंह, लखविंदर सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।