अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी ने जन संपर्क विभाग की 4 दिवसीय प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का किया शुभारंभ
प्रदेश की ड्रामा पार्टी, आरसीटीओ विंग और अंबाला व हिसार मंडल की भजन पार्टी कलाकारों ने की शिरकत
आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में किया जनसंपर्क विभाग की कार्यशाला का आयोजन
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी ने कहा कि लोक गीत और संगीत को आमजन तक पहुंचाने के लिए विभागीय लोक कलाकारों को डिजीटल मीडिया के मंच का अधिक से अधिक प्रयोग करने की जरूरत है। इस मंच के माध्यम से लोक कलाकार अपने गीत-संगीत के माध्यम से सरकार की योजनाओं को चंद सेकेंडों में ही दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचा सकते है। इसके लिए लोक कलाकार सबसे पहले जिला स्तर पर डीआईपीआरओ यूट्यूब चैनल का प्रयोग कर सकते है। अहम पहलू यह है कि आजादी के अमृत महोत्सव काल में महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल के आदेशानुसार कार्यशाला का आयोजन 13 से 16 फरवरी तक किया जा रहा है।
अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी सोमवार को आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की तरफ से आयोजित 4 दिवसीय कार्यशाला के उदघाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इससे पहले अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी डा. नरेंद्र सिंह, सेवानिवृत डीआईपीआरओ देवराज सिराहीवाल, एआईपीआरओ बलराम शर्मा ने रिब्बन काटकर तथा दीप प्रज्वलित करके विधिवत रुप से प्रदेश की ड्रामा पार्टी, आरसीटीओ विंग, अंबाला व हिसार मंडल के भजन पार्टी कलाकारों एवं खंड प्रचार कार्यकर्ताओं की 13 से 16 फरवरी तक चलने वाली कार्यशाला का विधिवत रूप से शुभारंभ किया। इस उद्घाटन सत्र में करनाल, हिसार के कलाकारों ने सरस्वती वंदना और करनाल के ड्रामा पार्टी के सदस्यों ने बेहतरीन स्वागत गीत की प्रस्तुति दी है।
अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी ने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विभागीय कार्यशाला के माध्यम से नए गीत व नई धुन बनाने तथा सरकार की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने, कलाकारों को अप टू डेट करने का कार्य किया जाएगा। इस कार्यशाला में प्रयास किया जाएगा कि अच्छे गीत और बेहतरीन धुने तैयार की जाए, जिसे आमजन पसंद करे। उन्होंने कहा कि आने वाले एक साल में लोक कलाकारों को खुब मेहनत करनी होगी और सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना होगा। सरकार की तरफ से कलाकारों को हर प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है और कलाकारों की जो भी समस्याएं है, उनका नियमित रूप से सरकार द्वारा समाधान भी किया जा रहा है। इस कार्यशाला में कलाकारों को कुछ नया करने का प्रयास करना होगा, इसके लिए बेहतरीन विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है। प्रोजेक्ट अधिकारी पवन कुमार ने कहा कि लोक कलाकारों को फील्ड में जाते समय निर्धारित वेशभूषा को धारण करना होगा, जब कलाकारों का लुकआउट एक अच्छी ड्रेस मेें होगा तो दूर से भी कलाकार की पहचान सहजता से हो सकेगी। यह कलाकार सरकार की इमेज है, इसलिए इसको बरकरार रखने की जिम्मेवारी भी लोक कलाकारों की है।
सेवानिवृत डीआईपीआरओ देवराज सिरोहीवाल ने दोपहर बाद के सत्र में सभी लोक कलाकारों को प्रैक्टिकल करवाया और मंच संचालन के साथ-साथ मंच पर अच्छी प्रस्तुति के तौर तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी मुहैया करवाई। इसके साथ ही लेखन विधि को बेहतर बनाने तथा सरकार की उपलब्धियों को शब्दों में पिरोकर अच्छे नाटक और गीत तैयार करने पर भी प्रकाश डाला। जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी डा. नरेंद्र सिंह ने कार्यशाला के चार दिन के शेड्यूल पर प्रकाश डालते हुए मेहमानों का स्वागत किया। एआईपीआरओ बलराम शर्मा ने मेहमानों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर डीआई विजय कुमार, हरियाणा कला परिषद से धर्मपाल, विकास आदि उपस्थित थे।