वेलेंटाइन डे नहीं, शहीदी दिवस के रूप में मनाएं : महंत राजेंद्र पुरी
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने पुलवामा हमले के दौरान जम्मू-श्रीनगर में सी.आर.पी.एफ. के 40 वीर जवानों की शहादत को याद किया और श्रद्धांजलि देते हुए देश और प्रदेश की नौजवान पीढ़ी को संदेश देते हुए कहा कि 14 फरवरी का दिन हमारे देश में वेलेंटाइन नही, पुलवामा शहीदी दिवस के रूप मनाया जाए। महंत राजेंद्र पुरी ने इस दिन को गऊ पूजा दिवस कहा और जग ज्योति गौशाला में जाकर गऊ पूजन किया। महंत ने बताया कि किस तरह 14 फरवरी 2019 को जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर तेजी से आगे बढ़ रहे सी.आर.पी.एफ. जवानों के काफिले पर आत्मघाती आतंकी हमला हुआ और भारत के 40 वीर जवान शहीद हो गए।
उल्लेखनीय है कि पुलवामा में नेशनल हाईवे पर जा रहे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) के जवानों के काफिले पर आतंकवादियों ने छिपकर निशाना बनाया। 14 फरवरी, 2019 की दोपहर के वक्त 300 किलो विस्फोटक से लदी गाड़ी ने सी.आर.पी.एफ. वाहन को टक्कर मारकर काफिले को उड़ा दिया था। आतंकी हमले के बाद जवानों को निकट के आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। लेकिन मौके पर ही बड़ी संख्या में जवानों ने दम तोड़ दिया था। विश्वभर के ज्यादातर देशों ने भारत के वीर जवानों पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की।
महंत राजेंद्र पुरी ने मौजूदा सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि किस तरह पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने सिर्फ 12 दिनों के भीतर ही इसका बदला ले लिया था। 26 फरवरी, 2019 को रात के तकरीबन तीन बजे भारतीय वायुसेना के 12 मिराज 2000 फाइटर जेट्स ने लाइन ऑफ कंट्रोल (एल.ओ.सी.) को पार करके बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को धवस्त कर दिया था। महंत ने नौजवान पीढ़ी को खास तौर ये संदेश दिया कि वेलेंटाइन हमारे देश की परंपरा नहीं है। हमारा देश ऋषि मुनियों का देश है। देश भक्ति और अपनी संस्कृति के लिए मर मिटने वालों का देश है। इसलिए सभी ये प्रण लें कि आज के बाद हमारे देश में 14 फरवरी वेलेंटाइन नहीं बल्कि शहीदी दिवस के रूप में मनाया जायेगा।