महाशिवरात्रि से 9 दिन पूर्व ही शुरू हो जाता है पूजन एवं अभिषेक
श्री मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर भव्य आयोजन
सर्वकल्याण की भावना से विशेष अभिषेक
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । अखिल भारतीय मार्कंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं मंदिर के व्यवस्थापक महंत जगन्नाथ पुरी के सान्निध्य में मारकंडा नदी के तट पर श्री मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में महाशिवरात्रि पर्व को लेकर नियमित पूजन चल रहे हैं। महाशिवरात्रि पर्व के 9 दिन पहले से ही प्रतिदिन शिवलिंग का अलग अलग श्रृंगार कर पूजन किया जाता है। 18 फरवरी को महाशिवरात्रि महापर्व का मुख्य पूजन एवं महाभिषेक होगा । महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि तीर्थों की संगम स्थली धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में भारतीय संस्कृति के हर पर्व का विशेष महत्व है और यहां पर आयोजित पर्व में आस्था के साथ शिरकत करने से परमात्मा की विशेष कृपा प्राप्त होती है। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती के विवाहोत्सव के 9 दिन तक अलग अलग आयोजन एवं पूजन होते हैं। पूरे 9 दिन तक देवाधिदेव महादेव और माता पार्वती के विवाह उत्सव का उल्लास रहता है। उन्होंने बताया कि इन 9 दिनों में पवित्र शिवलिंग पर हल्दी, केसर, चन्दन का उबटन, सुगंधित इत्र, औषधि, फलों के रस आदि से स्नान करवाया जाता है। उन्होंने बताया कि इस दौरान भगवान शिव और माता पार्वती के दर्शन करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। देवादि देव भगवान शंकर के प्रिय भक्त ऋषि मार्कंडेय की तप स्थली श्री मार्कंडेश्वर महादेव मन्दिर में हरवर्ष महाशिवरात्रि महापर्व बड़े ही श्रद्धा भाव तथा हर्षोल्लास के साथ आयोजित होता है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में पहुंचते हैं। महाशिवरात्रि पर सर्वकल्याण की भावना से विद्वान ब्राह्मणों द्वारा विशेष अभिषेक भी किया जायेगा। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि महाशिवरात्रि महापर्व पर मंदिर में आठ पहर की आरती होगी तथा चार पहर का पवित्र शिवलिंग पर महा अभिषेक होगा। उन्होंने बताया कि महापर्व की तैयारियां चल रही हैं। भजन कीर्तन में भजन उपदेशक भजनों से भगवान शिव का गुणगान करेंगे। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि श्री मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में आयोजित होने वाले महाशिवरात्रि महापर्व के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। मंदिर परिसर में दूर दूर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भी खास व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर स्वामी सीताराम, स्वामी संतोषानंद, मयूर गिरि, बिल्लू पुजारी, मांगेराम नागरा, सरजा सिंह, लक्खा सिंह, बलजीत सिंह, श्रवण गोयल, बलकार सिंह इत्यादि भी मौजूद रहे।