महाशिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे : महंत जगन्नाथ पुरी
सातवें दिन हुआ भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती का पूजन
शिव भक्तों लिए भोलेनाथ की पूजा का विशेष अवसर होता है महाशिवरात्रि
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । मारकंडा नदी के तट पर श्री मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में उज्जैन में महाकाल की भांति महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है और निरंतर पूजन चल रहा है। इन नौ दिनों में अखिल भारतीय श्री मार्कंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी एवं संत महापुरुषों के सान्निध्य में निरंतर पूजन किया जा रहा है। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि प्रतिदिन अलग अलग रस्में निभाई जा रही हैं। वीरवार को भी बीबीपुर के भीम राणा, बिंदु राणा, रोहित भारद्वाज, केशव शर्मा, हरनेक सिंह, गुरदीप, राम प्रकाश, रंजना, रघविंद्र सिंह, बिंदु रानी, गुरदीप सिंह, गुरप्रीत कौर, प्रतीक, भविष्य, मलकीत, लवलीन, यादराम सिंह, बलदेव कौर, अनिल कुमार, अभिमन्यु, दलबीर, बलजीत व विक्रम इत्यादि ने भगवान भोलेनाथ का श्रृंगार कर पूजन किया। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि महाशिवरात्रि के नौवें दिन 18 फरवरी को भगवान भोलेनाथ का दूल्हे रूप में श्रृंगार व महाभिषेक होगा। उन्होंने बताया कि शिव भक्तों लिए महाशिवरात्रि भोलेनाथ की पूजा का विशेष अवसर होता है। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विशेष आराधना की जाती है। इस बार महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा विशेष फलदायी होती है। साथ ही इन दिन अगर शिव पुराण का पाठ किया जाए तो भोलेनाथ अत्यधिक प्रसन्न होते हैं। शिव पुराण का पाठ करने या सुनने से पहले शरीर और मन के पवित्र कर लें। साफ-सुथरे वस्त्र धारण करके शिवजी के प्रति मन में श्रद्धा रखें। किसी के प्रति द्वेष भावना ना रखें। किसी की निंदा या चुगली करने से पाठ का लाभ नहीं मिलता है। शिव पुराण से जीवन के सभी पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर स्वामी संतोषानंद, स्वामी अमर दास, स्वामी सीताराम, मयूर गिरि, बिल्लू पुजारी इत्यादि भी मौजूद रहे।