न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । हमारी आने वाली पीढ़ी को आज के समय में अपनी जड़ों से जुड़े रहना आवश्यक है । यह कहना था सोशल एक्टिविस्ट ऑफ कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी एवं शिक्षाविद डॉक्टर ममता सचदेवा का ।जिन्होंने धर्मजीवी ग्लोबल स्कूल के वार्षिक उत्सव में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। बच्चों को बताया कि जब तक हम अपनी संस्कृति का अपने संस्कारों का पालन करते रहेंगे तब तक हम अपने समाज से अपनी संस्कृति से और अपने परिवारों से जुड़े रहेंगे । आज के समय में इस तरह के संस्कार देना बहुत जरूरी है और माता-पिता के साथ-साथ स्कूलों को भी ये कर्तव्य निभाना चाहिए। विशिष्ट अतिथि के रुप में गुरुनानक सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल मुख्त्यार सिंह ने शिरकत की उन्होंने कहा कि ग्रामीण परिवेश में बच्चों को इतने अच्छे संस्कार देना और उनकी प्रतिभा को आगे लाना की बहुत ही गर्व का विषय है ।
कार्यक्रम का आरंभ मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से किया गया । इस अवसर पर गांव बगथला के बाबा जरनैल सिंह जी ने स्कूल में पहुंचकर बच्चों को आशीर्वाद दिया । इस मौके पर मुख्य अतिथि डॉक्टर ममता सचदेवा, विशिष्ट अतिथि॰ मुख्त्यार सिंह ,स्कूल के चेयरमैन विजय सभरवाल, सचिव शशि सभरवाल ,बगथला गांव के लंबरदार जसविंदर सिंह जस एवं लंबरदार हरबंस सिंह , पूर्व सरपंच शेर सिंह एवं वर्तमान सरपंच भगवान सिंह , कलगा सिंह और गांव के मोजिज व्यक्ति एवं बच्चों के माता-पिता मौजूद थे । बच्चों की रंगारंग प्रस्तुतियों ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया । नन्हे-मुन्ने बच्चों ने पापा जल्दी आ जाना घोड़े जैसी चाल आदि गानों पर मनमोहक प्रस्तुतियां दी हरियाणवी डांस राजस्थानी नृत्य भांगड़ा गिद्दा आदि प्रस्तुतियां देकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया । चेयरमैन विजय सभरवाल ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है । ग्रामीण क्षेत्र में स्कूल खोलने का मुख्य उद्देश्य यही था कि हम यहां के बच्चों की प्रतिभा आगे ला सके । डॉ मीनाक्षी शर्मा ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि व सभी आए हुए अतिथियों का आभार प्रकट किया और कहा कि कोई भी स्कूल या संस्था सभी के सद्भावना अनुशासन और मेलजोल से ही आगे बढ़ती है ।इसीलिए बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं एवं स्कूल को आगे बढ़ाने के लिए हम सबको मिलकर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है । मंच संचालन शिक्षिका आशा मनोचा एवं सुमन राजपाल ने किया इस अवसर पर बल्कि सभी शिक्षिकाएं एवं शिक्षक मौजूद रहे।