सरस्वती सत्संग भवन में चल रही तीन दिवसीय श्री राम कथा विशाल भंडारे के साथ सम्पन्न
लाडवा । लाडवा के प्राचीन हनुमान मंदिर में सरस्वती सत्संग सभा की ओर से आयोजित तीन दिवसीय श्री राम कथा के अंतिम दिन संत देवी सुदीक्षा जी महाराज ने श्री रामकथा का गुणगान किया। वहीं जो मंदिर परिसर में इंटरलॉकिंग टाइलें लगवाई गई थी। उसमें सहयोग करने वाले प्रसिद्व समाजसेवी संदीप गर्ग व अन्य लोगों को देवी सुदीक्षा जी महाराज द्वारा सम्मानित किया गया।
संत देवी सुदीक्षा जी महाराज ने अपने प्रवचनों में कहा कि भगवान श्री राम ने अपने पिता के वचन के लिए 14 वर्ष के लिए वनवास ले लिया था और अपना पूरा राज्य अपने छोटे भाई भरत के नाम कर दिया था। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के पद चिन्हों पर हर इंसान को चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी को अपने गुरु व बड़ों का सम्मान करना चाहिए। वहीं मौके पर पहुंचे समाजसेवी संदीप गर्ग ने कहा कि हम सभी को संतो व गुरुजनों का आशीर्वाद लेते रहना चाहिए। क्योंकि वह जो मार्ग दिखाते हैं उस पर सभी को चलना चाहिए और उसका पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शुरू से ही नुक्कड़ वाले बाबा की लाडवा शहर पर असीम कृपा रही है, जो कि एक अपने आप में बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि सरस्वती सत्संग सभा व श्री सनातन धर्म महाबीर दल के सभी पदाधिकारी व सदस्य लगभग पिछले 76 साल से मेले का आयोजन करते आ रहे हैं। जो कि चार दिवसीय होता है। उन्होंने कहा कि यह एक शहर के लिए बड़े ही सौभाग्य की बात है कि जहां पर दूर-दूर से लोग मेले में आकर भगवान बजरंगबली के दर्शन करते हैं और संतों द्वारा किया गया सत्संग का आनंद उठाते हैं। इससे पूर्व सभा की ओर से समाजसेवी संदीप गर्ग को संत देवी सुदीक्षा जी महाराज द्वारा सम्मानित भी करवाया गया। कथा के समापन पर विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। जिसमें श्रद्वालुओं ने आलू पूरी व हलवे का प्रसाद ग्रहण किया। मौके पर प्रधान सुदेश, सचिव पवन बंसल, सुनील गर्ग, सोमप्रकाश शर्मा, दुर्गेश गोयल, योगराज गर्ग, प्रदीप, विकास सिंघल, रमेश बंसल, दर्शन प्रजापत, मयूर नीलवान, नीरज गर्ग, साहिल, बलदेव राज, विष्णु गर्ग आदि मौजूद थे।