मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा मॉरीशस में भारत एवं भारतीयता विषय पर संस्कृति संवाद कार्यक्रम सम्पन्न
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरूक्षेत्र । मॉरीशस में भारतीय संस्कृति और भारतीयता की गहरी छाप है। मॉरीशस का भोजन, पहनावा, रीति रिवाज कोई भी क्षेत्र भारत एवं भारतीय से अछूता नहीं है। मॉरीशस का समाज विभिन्न जातीय समूहों से मिलकर बना है। मॉरीशस के कण-कण में भारत एवं भारतीयता विद्यमान है। भारतीय संस्कृति की सुगंध मॉरीशस के समस्त लोक परम्परा लोक संस्कृति में दिखाई देती है। यह विचार मॉरीशस सरकार के हिंदी स्पीकिंग यूनियन के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रसिद्व समाजसेवी सुरेश रामबर्न ने मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा मॉरीशस में भारत एवं भारतीयता विषय पर आयोजित संस्कृति संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए। सुरेश रामबर्न एवं उनके साथ मॉरीशस शिष्टमंडल का मातृभूमि सेवा मिशन आश्रम परिसर फतुहपुर में पहुंचने पर मातृभूमि सेवा शिक्षा मंदिर के विद्यार्थियों ने तिलक लगाकर वैद्विक मंत्रेच्चारण से स्वागत किया। मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डॉ- श्रीप्रकाश मिश्र ने सभी अतिथियों को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह प्रदान कर अभिनंदन किया। सुरेश रामबर्न ने कहा कि मॉरीशस में भारत की समस्त पर्व एवं परम्पराएं बहुत ही उत्सुकता के साथ मनाई जाती है। मॉरशस में महाशिवरात्रि बड़े जोर शोर से मनाई जाती है। राजधानी पोर्ट लुइस में एक गंगा तालाब है जहां भव्य शिव मंदिर है और यहां महाशिवरात्रि के मौके पर लाऽों लोग उपस्थित रहते हैं । सुरेश रामबर्न ने कहा कि 9 जून से 17 जून तक मॉरीशस में मातृभूमि सेवा मिशन के तत्वाधान में प्रस्तावित एक अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन में मॉरीशस की समस्त सामाजिक एवं धाार्मिक संस्थाएं सब प्रकार से सहयोगी रहेंगी और यह रामायण सम्मेलन निश्चित रूप से मॉरीशस में भारत एवं भारतीयता को पोषित करेगा। इस अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन में मॉरीशस में मर्यादा पुरूषोत्तम रामायण हिंदी भाषा की मॉरीशस में प्रसांगिकता, भारत मॉरीशस मैत्री भारतीय आजादी अमृत महोत्सव सहित अनेक विषयों पर कार्यक्रम सम्पन्न होंगे।