बालघर में शिशु वाटिका शिक्षक संकुल प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । शिक्षा सत्र के प्रारम्भ से पूर्व शिक्षक वर्ग का भी कुशल प्रशिक्षण होना चाहिए एवं शिक्षा सत्र की योजनाएं निर्धारित होनी चाहिए। इसी उद्देश्य से श्रीमद भगवत गीता प्राथमिक विद्यालय (बालघर) में शिशु वाटिका शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए संकुल कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना के साथ गया। शिशु वाटिका संकुल प्रशिक्षण प्रमुख सोमदत्त द्वारा इस कार्यशाला का उद्घाटन किया गया। उन्होंने बताया कि किसी भी कार्यक्रम का अवलोकन एवं आयोजन सुनियोजित होना चाहिए। उसी प्रकार हमारी शिशु वाटिका का भी क्रियान्वयन नियोजित है जो उसकी पहचान है। इसके पश्चात संकुल प्रमुख अनिल कुलश्रेष्ठ द्वारा अपने विचार प्रकट किए गए। उन्होंने बताया कि शिक्षिकाओं का भाव माता वाला होना चाहिए। तभी आनंदमय वातावरण बन सकेगा। भय से शिक्षण का कार्य नहीं हो सकता है। यह अवस्था केवल खेलने की अवस्था है और विकास की अवस्था है। क्योंकि बच्चे के लिए उसकी मां ही आधार होती है। इसलिए हमारा सतत् संपर्क मां के साथ ही होना चाहिए। नौ प्रकार की प्रशिक्षण विधियों के अंतर्गत 12 आयामों की व्यवस्था विद्या भारती द्वारा कही गई है। जितनी सफलतापूर्वक इसका क्रियान्वयन होगा उतना ही, जो हमसे अपेक्षित है वह पूरा होगा।
कार्यशाला को तीन सत्रों में विभाजित किया गया। जिसमें प्रत्येक सत्र में 12 व्यवस्थाओं का क्रियान्वयन गतिविधियों द्वारा किया गया। विभिन्न विद्यालयों की शिशु वाटिका से आए हुए शिक्षिकाओं ने इस कार्यशाला में बढ़ चढ़कर भाग लिया एवं चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में राजकुमारी, सुमन बत्रा व यशपाल इत्यादि मौजूद रहे। कार्यशाला की संयोजिका शैलजा की उपस्थिति में यह कार्यक्रम सफल रहा।