जेजेपी पार्टी को छोड़ कर इनेलो पार्टी में शामिल होने का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा, पूर्व मंत्री शारदा रानी के पुत्र जेजेपी नेता नरेंद्र भाटी एवं फरीदाबाद युवा जिला महासचिव दीपक नागर और शिवम पराशर अपने साथियों समेत इनेलो में शामिल हुए
आज प्रदेश में हर तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला: अभय सिंह चौटाला
मुख्यमंत्री द्वारा जो ई-टैंडरिंग की सीमा 5 लाख की गई वो नाकाफी है
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के लोग भी सरकार का समर्थन करते हुए अपना विपक्ष का धर्म भूल बैठे हैं, लोगों ने इन कांग्रेस नेताओं का भी दोगला चेहरा देख लिया है
चंडीगढ़/फरीदाबाद। जेजेपी पार्टी को छोड़ कर इनेलो पार्टी में शामिल होने का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा, पूर्व मंत्री शारदा रानी के पुत्र जेजेपी नेता नरेंद्र भाटी एवं फरीदाबाद युवा जिला महासचिव दीपक नागर और शिवम पराशर अपने साथियों समेत इनेलो में शामिल हुए। जेजेपी को छोड़ कर आए लोगों ने जजपा के सुप्रीम नेताओं पर उनके साथ विश्वासघात करने का गंभीर आरोप लगाया और जेजेपी पार्टी को बिजनेसमैन लोगों का समूह बताया। पार्टी में शामिल होने पर अभय सिंह चौटाला ने स्वागत करते हुए कहा कि सभी को पूरा मान सम्मान दिया जाएगा।
परिवर्तन पदयात्रा आपके द्वार’’ बुधवार को अठारहवें दिन जिला फरीदाबाद के पिरथला हलके के गांव दयालपुर से शुरू होकर जुनेहड़ा, कारोली, बदरौला, तिगांव, निमका पहुंची, उसके बाद बल्लभगढ़ हलके में प्रवेश कर गई। बल्लभगढ़ के सेक्टर 3, जाट भवन में अभय सिंह चौटाला के रात्रि ठहराव की व्यवस्था की गई। ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि वे अब हरियाणा सत्ता परिवर्तन करके ही चैन से बैठेंगे। लोगों के भारी उत्साह का क्षेत्र के अन्य गांवों में भी व्यापक प्रभाव पड़ा और वे भी अभय चौटाला के साथ कदमताल मिलाते हुए यात्रा का हिस्सा बने।
इनेलो नेता ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार ई-टैंडरिंग के मामले में सरपंचों की भावनाओं से खिलवाड़ ही नहीं कर रही बल्कि जनता के इन प्रतिनिधियों के संवैधानिक पद का अपमान भी कर रही है। उन्होंने कहा कि बुधवार को मुख्यमंत्री द्वारा जो ई-टैंडरिंग की सीमा 5 लाख की गई वो नाकाफी है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में हर तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। 2024 में भाजपा गठबंधन को लोकसभा और विधानसभा चुनाव में खमियाजा भुगतना होगा क्योंकि प्रदेश की जनता ने अब देश और प्रदेश में परिवर्तन लाने का मन बना लिया है।
उन्होंने जब विधानसभा में सत्र के दौरान जजपा नेताओं द्वारा किए जा रहे जमीन घोटालों पर पर्दा उठाने का प्रयास किया तो सत्ता पक्ष ही नहीं बल्कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के लोग भी सरकार का समर्थन करते हुए अपना विपक्ष का धर्म भूल बैठे। लोगों ने इन कांग्रेस नेताओं का भी दोगला चेहरा देख लिया है। ऐसे में विकल्प के तौर पर केवलमात्र इनेलो ही एक ऐसी राजनीतिक पार्टी है जिसके शासनकाल में लोग सरकार के पास नहीं अपितु ‘सरकार जनता के द्वार’ होती थी। अभय चौटाला ने वादा किया कि सरकार आने पर पुन: वैसी ही व्यवस्था कायम होगी। लोगों को समस्याओं के निदान के लिए सरकार के पास चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने दोहराया कि इनेलो शासनकाल में चौ. ओमप्रकाश चौटाला ने शासन को जनसेवा का माध्यम माना और इनेलो आज भी अपने इसी स्टैंड पर कायम है।