25 हजार रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से किसानों को मिलना चाहिए मुआवजा: निर्मल सिंह
ना पोर्टल चल रहा है ना पटवारी गिरदावरी कर रहे हैं:- निर्मल सिंह
मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन करने को मजबूर किसान:- निर्मल सिंह
जनता से नहीं, बीजेपी कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं सीएम खट्टर:- निर्मल सिंह
न्यूज डेक्स संवाददाता
अंबाला।आम आदमी पार्टी ने पूरे प्रदेश में बारिश,ओलावृष्टि और तेज हवाओं से हुए गेहूं और सरसों की फसलों के नुकसान की गिरदावरी शुरू करवाने की मांग की है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने बुधवार को अम्बाला शहर के लौटा,दाउदपुर,भुडंगपुर, रवालों,नंनयोला,बटरोहन,खुर्चनपुर, भानोखेड़ी,जलबेड़ा,लदाना, इत्यादि अनेको गाँवो का अपने साथियों के साथ बेमौसमी बारिश व ओलावृष्टि से फसल के हुए खराबे का दौरा करते हुए कहा कि मौसम के बदलाव से पूरे प्रदेश में लगभग 40 से 90 प्रतिशत फसल को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार ने अभी तक भी गिरदावरी करने का काम शुरू नहीं किया है।उन्होंने कहा कि किसानों से बातचीत में पता चला है कि न ई पोर्टल चल रहा है और गाँव में पटवारियों ने गिरदावरी का काम अभी शुरू नहीं किया है।उन्होंने कहा कि इसको लेकर प्रदेश के किसानों में रोष है।
उन्होंने कहा कि कृषि विशेषज्ञों के अनुसार पूरे प्रदेश में ही ज्यादातर फसल को नुकसान पहुंचा है। वहीं अम्बाला जिले में भी बारिश,ओला वृष्टि और तेज हवाओं से 40 से 90 प्रतिशत तक गेहूं की खड़ी फसल गिर गई। वहीं ज्यादातर सरसों की फसल को भी नुकसान पहुंचा है।इससे किसानों को दोहरी मार पड़ी है।
उन्होंने कहा कि फसलों की खरीद से किसान परिवारों की भविष्य की योजनाएं भी जुड़ी होती हैं। एक तरफ बच्चों को नए सत्र में स्कूलों में दाखिला दिलाना होता है। वहीं बच्चों के शादी विवाह की तैयारी भी फसलों की बिक्री पर आधारित होती है।उन्होंने कहा कि इस बार के फसल नुकसान ने किसान परिवारों की भविष्य की योजनाएं भी चौपट कर दी हैं। उन्होंने कहा कि एक किसान 25 हजार से लेकर 40 हजार प्रति एकड़ ठेके पर लेकर अपने परिवारों को पालते हैं। फसल नुकसान से किसान परिवारों को रोजी रोटी संकट भी पैदा हो गया है।
निर्मल सिंह ने कहा कि खड़ी फसल गिरने से गेहूं और सरसों का दाना कमजोर और काला भी पड़ने लगा है। इससे जो भी फसल होगी, उसका मंडी में भी उचित दाम नहीं मिलेगा। वहीं प्रदेश के आधे से ज्यादा किसान कर्ज के बोझ के नीचे दबे हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री खट्टर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री न महिलाओं से संवाद कर रहे हैं, न किसानों से संवाद कर रहे हैं। न मजदूरों से संवाद कर रहे हैं। न नौजवानों से संवाद कर रहे हैं। और न बुजुर्गों से संवाद कर रहे हैं। वे केवल बीजेपी कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं।
उन्होंने पंजाब की आम आदमी पार्टी का उदाहरण देते हुए कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने 10 दिन में मुआवजा राशि देने का एलान किया है। जबकि हरियाणा में न इ- पोर्टल चल रहा है, न गिरदावरी का काम शुरू हुआ है।
निर्मल सिंह ने सरकार से आग्रह किया कि जल्द से जल्द प्रदेश के सभी जिलों में फसलों को पहुंचे नुकसान की जल्द गिरदावरी पूरी करवाकर राज्य सरकार किसानों को 25 हजार प्रति एकड़ मुआवजा राशि सुनिश्चित करें।उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार से आग्रह है कि निश्चित समय अवधि में गिरदावरी पूरी करवाकर किसानों को जल्द मुआवजा राशि मिलनी चाहिए, जिससे किसानों को इस संकट की घड़ी में सहायता मिल सके।
उन्होंने कहा कि अप्रैल में गेहूं खरीद की भी मंडियों में कोई तैयारी नहीं की गयी। मंडियों में न बारदाने का प्रबंध किया है। न ही तिरपाल की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने सरकार से मांग कि मंडी में फसल को ढकने के लिए शेड और तिरपाल की उचित व्यवस्था की जाए। इस अवसर पर निर्मल सिंह के साथ गुलजार सिंह खन्नामाजरा,हरदयाल सिंह नंनयोला,सुरिंदर सिंह,साहब सिंह,जोरा सिंह,बहादुर सिंह,सुखविंदर सिंह,गुरजंट सिंह,जग्गी लौटा,गुरजीत मेंबर जिला परिषद,विनोद धीमान,राजा दानीपुर,लाभ सिंह,गुरदेव सिंह,हरनेक सिंह,करनैल सिंह बटरोहन,लाभ सिंह,महेंद्र सिंह,मंगल सिंह रवालों, बलबीर सिंह बिशनगढ़,हरविंदर सिंह मुजफरा,सुरिंदर बटरोहन,गौरव मंडान इत्यादि उपस्थित रहे।