मिर्जापुर,पाताललोक,भौकाल और रक्तांचल से तुलना करेंगे तो टीम वर्क का होगा विरोध
टाइमपास सीरीज में दिखेगी खिलाड़ी से लेकर सियासत,माफिया और शासन प्रशासन की तस्वीर
प्रसिद्ध हरियाणावी कलाकार ने फेसबुक पर शेयर की सीरीज की चुनिंदा तस्वीरें
न्यूज डेक्स संवाददाता
दिल्ली। वेब सीरीज विरोध को आप एमएक्स प्लेयर पर देख सकते हैं।सत्ता के लिए सियासी खेल का विरोध इसमें दर्शाया गया है।अपनी कमियों और चुनिंदा खूबियों के साथ यह सीरीज आगे बढ़ती है,मगर इसे देखते समय इसकी तुलना मिर्जापुर, पाताललोक,रक्तांचल और भौकाल जैसी शानदार सीरीज से करेंगे तो यह टीम की मेहनत का विरोध होगा। टाइमपास सीरीज है,सीरीज में भाषाई मामला ठीकठाक है,मगर दृश्यों पर पकड़ कमजोर दिखेगी। सत्ता के खेला में अपनों का ‘विरोध’और युवा खिलाड़ी की कहानी और उसके पिता एवं भाई की क्रूर हत्या,पश्चिमी यूपी में रेत खनन माफिया और शासन प्रशासन के गठजोड़ को दिखाया है।
एमएक्स ओरिजिनल सीरीज एक युवा खिलाड़ी काजरी (पृथा बख्शी) की कहानी है, उसके पिता और भाई की क्रूर हत्या के बाद उसका जीवन अलग करवट लेता है। राहुल दहिया के निर्देशन में बनी इस सीरीज में इसी तरह का मसाला परोसा है,जिसमें अहम भूमिका में है प्रीथा बख्शी, अभिनव रांगा, आशीष नेहरा,गीतांजली मिश्रा, मनोज राठी,दीपक कूर, जसपाल कौर, सिमरन, राजबीर सिंह, विक्की और भावना हैं। इनके अलावा हरियाणा के प्रसिद्ध कलाकार और कवि जगबीर राठी भी पुलिस इंस्पेक्टर की भूमिका निभाते नजर आएंगे। राठी ने आज अपनी फेसबुक वाल पर इस सीरीज में अपनी भूमिका के चुनिंदा छायाचित्र शेयर किए हैं। राठी इससे पहले अमीर खान की बहुचर्चित और सुपरहित फिल्म में दंगल में भी छोटी सी भूमिका निभा चुके हैं।
डॉ. जगबीर राठी लेखन, गायन, काव्य, अभिनय के अलावा रेडियो और दूरदर्शन पर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर चुके हैं। मूल रुप से जिला जींद निवासी राठी पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से रंगमंच से जुड़े हैं और महर्षि दयानंद विश्विद्यालय, रोहतक में युवा कल्याण विभाग में निदेशक हैं।उनकी मुख्य कृतियों में, ‘चुपचाप चिड़ी का बाप’, ‘बिदाई का गीत’ व ‘माटी का चूल्हा’ हरियाणवी काव्य-संग्रह सम्मिलित हैं। देश विदेश के कई मंचों पर उनका सम्मान हो चुका है। पंडित लखमीचंद सम्मान (२०१०) के अलावा सरस्वती अवार्ड ऑफ़ एक्सीलेंस व हिंदी यूएसए से सम्मान से उन्हें नवाजा जा चुका है।