हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का काम कर रहे है सांगी:सुधा
प्रथम आने वाली टीम को मिलेगा धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार के रूप में 1 लाख रुपए, 18 टीमों को मिलेगा 30-30 हजार रुपए
आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों की श्रृंखला में सूचना जनसपंर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग का पांच दिवसीय सांग महोत्सव सम्पन्न
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का काम सांगियों द्वारा किया जा रहा है। इन लोक कलाकारों ने प्रदेश के हर कोने की संस्कृति की झलक दिखाने का काम किया है। इस लोक कला को मंच मुहैया करवाने के लिए सूचना जनसपंर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग हरियाणा का अहम योगदान रहा है।विधायक सुभाष सुधा हरियाणा कला परिषद के भारतमुणि रंगशाला में सूचना जनसपंर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग हरियाणा की तरफ से आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों की श्रृंखला में आयोजित पांच दिवसीय सांग महोत्सव के समापन समारोह में बोल रहे थे।
इससे पहले विधायक सुभाष सुधा, सूचना, जनसपंर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग हरियाणा के अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी, हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन, परियोजना अधिकारी पवन आर्य, जिला सूचना एवं जनसपंर्क अधिकारी डा. नरेंद्र सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित करके विधिवत रूप से सांग महोत्सव के समापन समारोह का शुभारंभ किया। इस दौरान विधायक सुभाष सुधा ने राष्ट्रपति अवार्डी सांगी प्रेम देहाती, डा. राम निवास आर्य, डा. हनीफ खान, वीरेंद्र शर्मा तथा सांगी धनपत के पौते प्रदीप को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस दौरान प्रसिद्घ सांगी सूरज बेदी ने शानदार सांग की प्रस्तुति देकर सब का मन मोह लिया। इस प्रस्तुति की सभी दर्शकों ने तालियां बजाकर अपनी मन की भावनों का इजहार किया।विधायक ने कहा प्रदेश सरकार लोक कलाकारों को सूचना जनसपंर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग की तरफ से सरंक्षण देने का काम किया जा रहा है। इन लोक कलाकारों को आर्थिक मदद भी सरकार की तरफ से दी जा रही है।
इन कलाकारों को सांग और अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव जैसे कार्यक्रमों में मंच उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश व देश की संस्कृति को बचा कर रखा जाएगा वहीं प्रदेश व देश सही मायनों में अपनी पहचान हमेशा बना रख सकता है। इसलिए भारत की पहचान आज भी पूरे विश्व में बनी हुई है। इन लोक कलाकारों को हर साल सरकार की तरफ से सांग महोत्सव का मंच दिया जाएगा, इसकी शुरूआत भी कुरुक्षेत्र की भूमि से हुई है। इस मंच पर पहली बार सांग की 18 टीमों के कलाकारों की कला को देखने का अवसर मिल पाया है।सूचना जनसपंर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी ने कहा कि सूचना जनसपंर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महा निदेशक एवं मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. अमित अग्रवाल के आदेशानुसार कुरुक्षेत्र में पहली बार पांच दिवसीय सांग महोत्सव का आयोजन किया गया है।
इस सांग महोत्सव में प्रदेश भर से 18 टीमों ने भाग लिया और सभी सराहनीय प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोहने का काम किया है। इस महोत्सव का आयोजन अब हर साल किया जाएगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेशों पर कलाकारों को इस प्रकार के मंच देने के साथ साथ प्रत्येक टीम को 30-30 हजार रुपए और प्रथम आने वाली टीम को मुख्यमंत्री की घोषणानुसार धनपत सांगी की स्मृति के रूप में एक लाख रुपए की राशि का पुरस्कार भी दिया जाएगा। इस कार्यक्रम के अंत में विधायक सुभाष सुधा ने इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन, परियोजना अधिकारी प्रेम आर्य, प्रदीप कुमार, राजकुमारी को सम्मानित किया। इस मौके पर समाजसेवी प्रदीप झांब, राम मेहर शास्त्री, सुरेश सैनी कुक्कु सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।