अस्पताल के लिए साढ़े 9 एकड़ जगह का चुनाव, अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा नया अस्पताल : अनीश यादव
न्यूज डेक्स संवाददाता
करनाल। शहर के सैक्टर 32 में बनने वाले जिला नागरिक अस्पताल बिल्डिंग का डिजाईन लगभग फाईनल हो गया है। इसे लेकर गठित एक कमेटी की मीटिंग में मंगलवार को देर तक डीसी ने चर्चा कर कुछ बदलाव करने के निर्देश दिए। फाइनल डिजाइन का अवलोकन कमेटी के सदस्य एक बार फिर करेंगे। उसके बाद कन्सलटेंट एजेंसी इसका एस्टीमेट तैयार करेगी। डिजाईन को एचएसवीपी की ओर से चीफ आर्किटैक्ट हरियाणा को अप्रूवल के लिए भेजा जाएगा और उसके बाद इसके निर्माण को लेकर आगे की कार्यवाही प्रारंभ होगी। सरकारी अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं वाले निजी अस्पतालों जैसा होगा। मीटिंग में इसके डिजाईन पर देर तक चर्चा इसलिए की गई ताकि निर्माण के बाद इसमें उपलब्ध करवाई जाने वाली सभी सुविधाएं भविष्य की जरूरतों के अनुसार हों। कमेटी के सदस्यों के साथ चर्चा में उपायुक्त का कहना था कि अब इसे फाईनल ही कर दो।
साढ़े नौ एकड़ में बनेगा राजकीय अस्पताल
उपायुक्त अनीश यादव जो करनाल स्माट सिटी लिमिटेड के सीईओ हैं, ने मीटिंग में जानकारी दी कि नया राजकीय अस्पताल सैक्टर 32 में साढ़े नौ एकड़ स्थल पर बनाया जाएगा। यह 200 बैड का होगा लेकिन प्रयोग के समय इसकी क्षमता 300 बैड तक हो सकती है। इसमें इन्डोर व आउटडोर रोगियों के लिए सभी मल्टीस्पेशलाईज्ड सुविधाएं होंगी। दिल्ली बेस्ड मूरालेज कंपनी ने इसका डिजाईन तैयार किया है, जिसे एचएसवीपी द्वारा हायर किया गया है। कंपनी के कन्सलटेंट हर्ष और उनके सहयोगी मीटिंग में डिजाईन लेकर आए थे, जिसे उन्होंने स्क्रीन पर ब्रीफ किया। हालांकि प्राजैक्ट 100 करोड़ की कोस्ट का बताया गया है लेकिन डिजाईन में कुछ बदलाव के बाद इसकी कोस्ट बढ़ सकती है। यह स्मार्ट सिटी मिशन के फंड से बनाया जाएगा।
अच्छी लोकेशन पर बनेगा राजकीय अस्पताल
जिला स्तरीय नागरिक अस्पताल के निर्माण का चयन सैक्टर 32 की जिस जगह पर किया गया है, वह लोकेशन के हिसाब से बहुत ही अच्छी है। इसमें रोगी तथा उनके साथ आने वाले तीमारदारों की भीड़ नहीं रहेगी। अस्पताल के सामने वाली सड़क यानि मेन रोड 45 मीटर की और साथ लगती दोनों सड़कें 24 मीटर व 12 मीटर की मौजूद हैं।
ये होंगी सुविधाएं
उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि नए अस्पताल में सभी बेसिक सुविधाओं के साथ-साथ मल्टी स्पैशलिटी दी जाएंगी। इनमें एमरजेंसी ब्लॉक, ओपीडी ब्लॉक, मातृत्व एवं शिशु वार्ड, महिला रोग यानि गायनी वार्ड, गर्भाश्य में और प्रसव के बाद बच्चे की देखभाल, सेंट्रल लैब, एक्स-रे रूम, अल्ट्रासाउण्ड, सी.टी. स्कैन व एम.आर.आई, ब्लड बैंक, आई.सी.यू., कार्डिक पेशेंट्स के लिए कैथ लैब और डायलिसिस की भी सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा मेडिकल वार्ड, सर्जरी, ऑर्थो, ई.एन.टी. मनोरोग विशेषज्ञ, नशा मुक्ति केन्द्र तथा कोविड से प्रभावित रोगियों का अलग से आईसोलेशन वार्ड होगा। अस्पताल में किचन का भी प्रावधान रहेगा। सारी सुविधाएं सरकार की गाईडलाईन अनुसार ही मुहैया कराई जाएंगी। सभी चिकित्सक कक्ष के साथ शौचालय संबंद्ध होगा। पैरामेडिकल स्टाफ के लिए भी अलग से सुविधाएं रहेंगी। भूतल पर पार्किंग, पम्प रूम, फिजियोथैरेपी, एसी प्लांट और फार्मासिस्ट के स्टोर रहेंगे। भूतल पर ही ग्रीन एरिया और किचन जैसी सुविधाएं भी होंगी। बिल्डिंग का डिजाईन तीन अलग-अलग ब्लॉक में तैयार किया गया है।
ये हैं कमेटी के सदस्य
बता दें कि उपायुक्त के निर्देश पर गठित कमेटी में केसीजीएमसी के निदेशक डॉ. जगदीश चंद दुरेजा, डॉ. गौरव काम्बोज, नागरिक अस्पताल के सीएमओ डॉ. योगेश शर्मा, डिप्टी सीएमओ रविन्द्र संधू, एचएसवीपी के कार्यकारी अभियंता धर्मवीर सिंह तथा करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं।
यह होगा फायदा
नया जिला स्तरीय अस्पताल के बनने से नागरिकों को उपरोक्त सुविधाओं के लिए निजी अस्पतालों के साथ-साथ दूसरे जिलों में नहीं जाना पड़ेगा। उनकी जरूरत की सभी सुविधाएं इस अस्पताल में उपलब्ध हो सकेंगी। बीमारियां और उनकी चिकित्सा के लिए अलग-अलग वार्ड होंगे। पर्याप्त स्पेस होने के कारण अस्पताल और इसके परिसर में भीड़ इकठ्ठी नहीं होगी। अस्पताल के लिए जिस साईट का चयन किया गया है, वह शहर से सटी हुई है और राष्ट्रीय राजमार्ग से अस्पताल जाने के लिए यह ओर भी सुविधाजनक रहेगा।