इस्तीफे की अटकलों पर बेदी बोले
10 मार्च और 20 अप्रैल को सीएम के सामने की थी पेशकश
डॉ प्रदीप गोयल/न्यूज डेक्स संवाददाता
शाहाबाद। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के राजनीतिक सचिव एवं पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी ने दिन भर चली इस्तीफे की अटकलों पर अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वह सीएम के राजनीतिक सचिव के पद से मुक्त होना चाहते थे और इस विषय में उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष पहले 10 मार्च को और फिर 20 अप्रैल को भी पेशकश की थी। हालांकि उन्होंने लिखित तौर पर कोई भी इस्तीफा नहीं दिया था। उन्होंने बतया कि यह चर्चा कहीं ना कहीं उनके चंडीगढ़ कार्यालय में कई दिन लगातार ना जाने के कारण यह चली थी। क्योंकि वह जिला कुरुक्षेत्र में मुख्यमंत्री के जनसंवाद कार्यक्रम की तैयारियों में व्यस्त थे।
उन्होंने बताया कि उन्होंने पिछले लंबे समय से केवल शाहबाद ही नहीं बल्कि प्रदेश के विभिन्न शहरों में जाकर पार्टी की नीतियों और उपलब्धियों का प्रचार प्रसार किया था। जिससे लगता है कि उन्हें राज्य स्तर पर पार्टी में भी कोई विशेष जिम्मेवारी दी जा सकती है। जबकि बेदी ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा था कि वह उन्हें चुनाव लड़वाना चाहते हैं या नहीं। क्योंकि राजनीतिक सचिव होने के नाते उन्हें प्रदेश के 11 जिलों में दिन-रात कार्य करना पड़ रहा है और वह शाहबाद के लिए पूरा समय नहीं निकाल पा रहे। यदि उन्हें शाहाबाद से चुनाव लड़ना है तो उन्हें शाहबाद को समय भी देना होगा। क्योंकि चुनाव में ज्यादा समय बाकी नहीं रहा है।
लगता है कि पार्टी हाईकमान भी कृष्ण बेदी के लंबे अनुभव और पार्टी के प्रति निष्ठा का भरपूर उपयोग उठाना चाहेगी और उन्हें राज्य स्तर पर संगठन में जिम्मेवारी देकर उनकी प्रतिभा का उपयोग करेगी। वहीं यदि इस्तीफा मंजूर किया जाता है तो उससे लगभग स्पष्ट हो जाएगा कि शाहबाद विधानसभा क्षेत्र से आने वाला चुनाव कृष्ण बेदी ही लड़ेंगे। भाजपा में शामिल होने के बाद शाहबाद से पूर्व विधायक अनिल धंतोडी भी क्षेत्र में सक्रिय नजर आ रहे हैं और उन्होंने सीएम के जनसंवाद कार्यक्रम में सीएम के स्वागत के होर्डिंग भी लगाए थे। जिससे लगता है कि उनकी भी रूचि यहां से चुनाव लड़ने में है। देखना होगा कि पार्टी हाईकमान किस नेता को तवज्जो देता है। फिलहाल क्षेत्र में विभिन्न अटकलों का बाजार गर्म है।