एबीवीपी ने पंजाबी विभाग अध्यक्ष बृजेश साहनी पर लगाया भ्रमित करने का आरोप
अभ्यर्थी रवि के समर्थन में आया अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र,2 नवंबर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पंजाबी विभाग में हो रहे दाखिला प्रक्रिया में दाखिला ना मिलने पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थी रवि अनिशिचत कालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रशासन पर धांधली का आरोप लगाते हुए छात्र रवि ने कहा कि 28 अगस्त को पंजाबी विभाग में दाखिले की पहली लिस्ट लगी थी। इसमें हरियाणा ओपन सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थी की सरकारी नौकरी होने के लिए कारण एन ओ सी नहीं मिली।
इस कारण उसका दाखिल संभव नहीं हो पाया। इसके पश्चात वह सीट खाली हो गई। उसके पश्चात एक जेआरएफ अभ्यर्थी को छोड़कर केवल नेट पास विद्यार्थी को दाखिला दे दिया।जो EWS श्रेणी से संबंद्ध रखता है।परंतु जब छात्र रवि पंजाबी विभाग अध्यक्ष बृजेश साहनी के पास गया तो उनको यह कहकर उसको भ्रमित किया गया कि EWS कोई श्रेणी ही नहीं है।
उसके पश्चात छात्र रवि ने कुलपति, कुलसचिव को ज्ञापन सौंप कर अपना व्यथा सुनाई तो मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई। मैं बेहद मानसिक तनाव से गुजर रहा हूं। मैंने यहां दाखिला लेने के लिये बेहद मेहनत की है। पीएचडी दाखिले में हमेशा जे आर एफ को प्रथमिकता दी जाती है। मेरा जेआरएफ होते हुए भी मुझको नजरअंदाज करते हुए मुझे दाखिला नहीं दिया जा रहा। इसके कारण मुझे सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा।
अभ्यर्थी रवि को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का भी समर्थन मिला है। एबीवीपी के कुरुक्षेत्र जिला विस्तारक दिनेश फंडन ने कहा कि छात्र रवि की मांग जायज है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रशाशन जिस सरकारी पत्र को ढाल बना कर छात्र रवि के दाखिले को रोक रहा है उसमें ऐसा कही नहीं लिखा गया कि एससी का जे आर एफ Cutoff सामान्य वर्ग के जे आर एफ cutoff के बराबर हो तो दाखिल नहीं होगा।और यह बात ना ही अपने ऑर्डिनेंस में लिखी है । तो इसको लेकर एबीवीपी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी देती है कि छात्र रवि को उसका हक दिया जाए और इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए,ताकि छात्रों का विश्वविद्यालय पर विश्वास बना रहे। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय संयोजक हिमांशु ठाकुर, प्रवीण चंदेल, रामू स्वामी , संदीप कुमार, सुरेंदर, जतिन, प्रदीप, जगीर, गुलशन, सोनबीर, स्वर्ण सिंह एवं अन्य छात्र उपस्थित रहे।
ReplyReply allForward |