कल सुबह 10 बजे से 2 बजे तक सभी देशवासी काली पट्टी बाँध कर विरोध दर्ज कराएं
न्यूज डेक्स संवाददाता
दिल्ली । भाजपा सांसद और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी और सभी पदों से बर्खास्तगी की मांग को लेकर जंतर मंतर पर खिलाड़ियों का धरना आज 18वें दिन भी जारी रहा। महिला खिलाड़ियों ने मांग करी कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में आरोपी बृजभूषण का नार्को टेस्ट कराया जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि निर्भया कांड के समय जिस प्रकार देशभर की महिलाओं ने आगे आकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में साथ दिया था उसी प्रकार देश की महिलाएं एक बार फिर से महिला खिलाड़ियों को न्याय दिलाने के लिये आगे आएं।
पत्रकारों से बात करते हुए खिलाड़ियों ने कहा कि जिस प्रकार किसान आंदोलन के समय सत्ताधारी दल के लोग किसानों को कुछ किसान बता रहे थे उसी प्रकार अब आरोपी बृजभूषण भी वही भाषा बोलते हुए लगातार बयान दे रहा है कि जंतर मंतर पर कुछ ही पहलवान प्रदर्शन कर रहे हैं। खिलाड़ियों ने आवाह्न किया कि कल सुबह 10 बजे से 2 बजे तक सभी देशवासी काली पट्टी बाँध कर विरोध दर्ज कराएं। साथ ही लोगों से अपील करी कि अपने वाहनों के पीछे खिलाड़ियों को इंसाफ दिलाने के लिये पोस्टर लगाकर एकजुटता प्रदर्शित करें। खिलाड़ियों ने फिर दोहराया कि 20 मई तक आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर आंदोलन तेज करने की रणनीति तैयार की जायेगी। खिलाड़ियों ने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा वो धरना खत्म नहीं करेंगे।
उन्होंने समर्थन के लिए जंतर मंतर आ रहे लोगों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील की। खिलाड़ियों के समर्थन में आज भी बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, पंजाब, केरल, उत्तराखंड समेत देश के विभिन्न राज्यों से किसान संगठन, उनके पदाधिकारी, खाप पंचायतों के प्रतिनिधि, महिला संगठनों के प्रतिनिधि, वकील, विभिन्न दलों के नेता आदि ने अपनी एकजुटता प्रदर्शित की। इनमें प्रमुख रूप से रामपाल सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ, प्रमोद कुमार राजपूत ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस, सीताराम लाम्बा राजस्थान यूथ बोर्ड के चेयरमैन, इंदु धवन पीपुल फॉर पीस एंड चेंज, हरपाल सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन उत्तर प्रदेश, इंडियन ट्रेड यूनियन कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल, दीपक नागर प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय वीर गुर्जर सेना, रजनी सिंह अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, रमेश पंघाल तोशाम पंघाल खाप, सूबेदार जोगेन्द्र सिंह आदि शामिल रहे।