डीआरआई ने अमृतसर के अटारी में एक इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट पर जब्त की थी 5.480 किलो हेरोइन
इसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत बताई गई है लगभग 38.36 करोड़ रुपए
अफगानिस्तान से “अफगान ब्रूम्स” की कार्गो खेप को एक अफगान नागरिक ने अपनी भारतीय नागरिकता वाली पत्नी के साथ मिलकर नकली भारतीय आईडी के साथ किया था आयात
न्यूज डेक्स पंजाब
अमृतसर। 4 हजार बांस की झाडू के खोल में 38.36 करोड़ की हेरोइन भर कर तस्करी की जारही थी,लेकिन इसे अमृतसर के अटारी में चेक पोस्ट पर पकड़ लिया गया। मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के प्रयासों पर राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरई) ने पानी फेर दिया। भारत-पाकिस्तान सीमा पर भूमि मार्ग के माध्यम से भारत में हेरोइन की तस्करी के एक नए तौर-तरीके का खुलासा हुआहै। डीआरआई अधिकारियों द्वारा विशिष्ट खुफिया जानकारी और आगे की प्रोफाइलिंग के आधार पर अमृतसर के अटारी में एक इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट पर झाडू की एक खेप को रोका गया। जांच के दौरान यहां अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 38.36 करोड़ रुपये मूल्य की 5.480 किलोग्राम बरामद हेरोइन जब्त की गई।
40 बैग में 4000 झाडू थे जिनमें हेरोइन को बांस के 442 खोखले छोटे टुकड़ों या डंडियों में छिपाकर भरा गया था। इन डंडियों को 3 बैग में भरा गया था, इसके सिरों को फिर से सील कर दिया गया था और ऐसी छड़ियों को आगे अफगान झाडू के अंदर छिपाकर पैक कर दिया गया था जो बाहर लोहे के तार से बंधा था।
अफगानिस्तान से “अफगान ब्रूम्स” की कार्गो खेप को एक अफगान नागरिक ने अपनी भारतीय नागरिकता वाली पत्नी के साथ मिलकर नकली भारतीय आईडी के साथ आयात किया था। उक्त अफगान नागरिक 2018 में दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज एनडीपीएस मामले में जमानत पर बाहर था। अफगान नागरिक और उसकी पत्नी दोनों को एनडीपीएस अधिनियम, 1985 के तहत गिरफ्तार किया था।अब इस पूरी साजिश और तस्करी के नेटवर्क का पता लगाने के लिए टीमें जुटी हुई है।