चित्रगुप्त परिवार, कुरुक्षेत्र का वार्षिक उत्सव आयोजित
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र कायस्थ परिवार के वार्षिक उत्सव का आयोजन रविवार को वात्सल्य वाटिका के स्वामी हरिओम दास जी परिव्राजक जी के सानिध्य में वात्सल्य वाटिका में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान चित्रगुप्त के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। बैठक में कायस्थ सभा के पूर्व संरक्षक डॉ. हिम्मत सिंह सिन्हा, अनिल भटनागर तथा महेन्द्र भटनगर के आकस्मिक निधन पर सभा द्वारा श्रद्धांजलि दी गई।इस मौके पर वात्सल्य वाटिका के स्वामी हरिओम दास ने सभी को कार्यक्रम की बधाई देते हुए कहा कि कायस्थों द्वारा आयोजित इस तरह का आयोजन आने वाली पीढ़ी को सामाजिक कार्य का संदेश देगा। ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि आश्रम किसी व्यक्ति विशेष का नहीं होता यह सभी के लिए होता है। आज तक कोई भी व्यक्ति आश्रम का स्वामी नही हुआ। उन्होंने कायस्थ सभा को भविष्य में भी सहयोग देने का आश्वासन दिया।कायस्थ चित्रगुप्त महासभा हरियाणा के प्रभारी सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि कायस्थ समाज बुद्धिजीवी समाज है। समाज के हर क्षेत्र में कायस्थों का योगदान रहा है। कई ऐसे कायस्थ ऐसे भी है जिनका देश के निर्माण में भी योगदान रहा है लेकिन उन्हें कोई नहीं जानता। लाल बहादुर शास्त्री, सुभाष चन्द्र बोस, हरिवंश राय बच्चन सहित अनेक ऐसे महान कायस्थ हैं जिनका समाज में दिया गया योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि कायस्थ जब समाज से जुड़ेंगे तभी आगे बढ़ेंगे। आने वाला समय चित्रांश समाज का होगा। उन्होंने कायस्थों द्वारा आने वाले समय में कुरुक्षेत्र में समाज सेवा के लिए किए जाने वाले कार्यो की रूपरेखा के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की।
चित्रगुप्त परिवार, कुरुक्षेत्र के प्रधान डॉ. एचएन भटनागर ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह सभा आने वाले समय में और उन्नति करें और सभी इसके लिए सहयोग करें। कायस्थ चित्रगुप्त महासभा हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष तरूण भटनागर ने कहा कि कायस्थों जाति भारत में अच्छा स्थान रखते हुए भी जानकारी की मोहताज है। हमें एकजुट होने की आवश्यकता है ताकि हर क्षेत्र में कायस्थों की पहचान बन सके। करनाल से आई डॉ. रिचा शर्मा कवियित्री ने कायस्थ सभा का धन्यवाद किया और अपनी स्वरचित कविता सब्र का फल मीठा होता है यह हमसे जाना है, संतुलन बनाकर ही चलना यह जग ने माना है सुनाकर सबकी वाह-वाह लूटी। वात्सल्य वाटिका के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम के मुख्य संयोजक कायस्थ चित्रगुप्त महासभा हरियाणा के सहप्रभारी व चित्रगुप्त परिवार, कुरुक्षेत्र के महासचिव देस राज भटनागर ने मंच का संचालन किया और सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। अंत में सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह, शाल व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।इस मौके पर प्रधान डॉ. एचएन भटनागर, उप-प्रधान डॉ. अशोक सक्सेना, सह उप-प्रधान अनिल कुमार कुलश्रेष्ठ, महासचिव देस राज भटनागर, प्रचार सचिव अनिरुद्ध कुमार भटनागर, कोषाध्यक्ष राजेश भटनागर, प्रेस सचिव अमित भटनागर, वात्सल्य वाटिका के प्राचार्य गौरव चौधरी, संत कुमार, मुकेश, सूरजमल सेठ, हर्ष व कौशल भटनागर सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।