न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र,5 नवंबर। कॉस्मिक एस्ट्रो पिपली (कुरुक्षेत्र) के डायरेक्टर ज्योतिष व वास्तु आचार्य डॉ. सुरेश मिश्रा ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कई ऐसे अति शुभ योग बनते हैं जिनमें कोई कार्य आरंभ करके, नए अनुबंधों पर हस्ताक्षर करके, मंत्र अनुष्ठान, औषधीय कार्य, आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी करके तथा जमीन-जायदाद आदि का क्रय करके सभी मनोरथ सिद्ध किये जा सकते हैं। 6,8,12,14 और 16 नवम्बर को विशेष सर्वार्थ सिद्धि योग है।
6 नवम्बर – शुक्रवार को रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग है। नवीन कार्य, पद ग्रहण करें।7 नवम्बर : शनिवार और पुष्य नक्षत्र का संयोग है। ज्योतिष शास्त्र में सभी 27 नक्षत्रों में ‘पुष्य’ नक्षत्र को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। शनिवार के दिन पुष्य नक्षत्र होने से शनि पुष्य योग बन रहा है। 7 नवंबर शनिवार की सुबह 8 बजकर 3 मिनट से आरंभ होकर रविवार को सुबह 8 बजकर 43 तक रहेगा। शनिदेव का ‘पुष्य नक्षत्र’ शनिवार को मिलने के फलस्वरूप शनिवार को ‘रवियोग’ तथा रविवार को भी ‘पुष्य’ नक्षत्र रहने से रविवार को महान ‘रविपुष्य’ योग का निर्माण हो रहा है ।विशेष रूप से भूमि का सौदा, नया घर, फर्नीचर और मशीनरी की खरीदारी करना शुभ। वैसे पुष्य नक्षत्र में हर तरह की खरीदारी करना शुभ रहेगा।
8 नवंबर: रविवार को अहोई अष्टमी और आश्लेषा नक्षत्र का संयोग है। इस दिन नया कार्य करने के लिए दिन अच्छा रहेगा।
9 नवंबर: सोमवार और मघा नक्षत्र का संयोग है। इस दिन विशेष महिलाओं से जुड़ी चीजें खरीदने के लिए शुभ रहेगा।
10 नवंबर: मंगलवार का दिन रहेगा। साथ में पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के संयोग है। इस दिन इलेक्ट्रॉनिक चीजों को घर लाना शुभ रहेगा। वहीं प्रॉपर्टी में निवेश के लिए यह दिन शुभ है।
11 नवंबर: बुधवार के दिन उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र होने से वर्धमान योग बनेगा साथ में चंद्रमा- मंगल से महालक्ष्मी योग भी बनेगा। इस दिन हर तरह की खरीदारी की जा सकती है।
13 नवंबर: शुक्रवार को धनतेरस का त्योहार है। धनतेरस के दिन सभी तरह के शुभ कार्य करने और नई चीजों की खरीदारी के लिए सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है। इस दिन प्रदोष और हस्त नक्षत्र का योग है जिस कारण से खरीदारी करना और भी मंगलकारी रहेगा।
14 नवंबर: शनिवार के दिन दिवाली है। दिवाली के दिन सर्वार्थसिद्धि योग है। इस दिन लक्ष्मी गणेश पूजन के साथ नई खरीदारी करना शुभ और विशेष लाभकारी रहता है।
16 नवंबर: सोमवार को भाई दूज और सर्वार्थ सिद्धि योग है। भाई अपनी बहनों के लिए वस्त्र आभूषण आदि खरीद कर उपहार दे।