श्रीमद्भगवद्गीता का एक वाक्य भी जीवन में उतार लें तो हमारा जीवन धन्य हो जाए:- मुख्यमंत्री मनोहर लाल
स्वामी ज्ञानानंद के जन्मोत्सव के साथ-साथ 15 मई को हरियाणा के 94,558 नागरिकों को भी दी जन्मदिन की बधाई
न्यूज डेक्स संवाददाता
करनाल। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता का एक वाक्य भी यदि हम अपने जीवन में उतार लें तो हमारा जीवन धन्य हो सकता है। श्रीमद्भगवद्गीता हमारे जीवन में परिवर्तन ला सकती है। गीता मानवता की सच्ची पथ प्रदर्शक है। गीता हमें कर्म का संदेश देती है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल सोमवार को गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के जन्मोत्सव पर करनाल के सेक्टर-12 में आयोजित राधा जागरण के अवसर पर बोल रहे थे। इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी मौजूद रहे।
इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सर्वप्रथम स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज को उनके जन्मोत्सव पर बधाई दी और दीर्घायु होने की कामना की। उन्होंने कहा कि यह भाव विभोर करने वाला क्षण है। इस संत समागम में भक्ति रस के साथ-साथ संतों का मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद एक प्रकाश पुंज हैं, जो गीता के सार को जन-जन तक पहुंचाकर हम सभी का मार्गदर्शन कर रहे हैं। गीता रूपी सूर्य के प्रकाश से अज्ञान रूपी अंधकार नष्ट करने के लिए, इससे उत्तम अध्ययन कोई नहीं हो सकता।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 94,558 लोगों को भी दी जन्मदिन की बधाई
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वामी ज्ञानानंद के जन्मोत्सव के साथ-साथ हरियाणा की 2 करोड़ 84 लाख जनसंख्या में से 15 मई को 94,558 लोगों का भी जन्मदिन है। उन्हें भी जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई। उन्होंने कहा कि जब संत महापुरुषों का जन्मोत्सव होता है तो हमें उस दिन संकल्प लेने की जरुरत होती है, ताकि जीवन में प्रगति के पथ पर आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने श्रीमद्भगवद्गीता का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए हर वर्ग के लिए गीता सार की पुस्तक लिखी है। उन्होंने विद्यार्थियों के लिए, किसान के लिए, सैनिक के लिए, माता-पिता के लिए, पुत्र के लिए और राजनेताओं के लिए भी गीता सार पर पुस्तक लिखी है। सभी इसका अनुसरण कर जीवन को धन्य बना सकते हैं।
समाज सुधारक के रूप में काम करते हैं संत
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि संत महापुरुष समाज सुधारक के रूप में काम करते हैं। स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज समाज की कुरीतियों, सामाजिक समस्याओं पर निरंतर कार्य कर रहे हैं। जेल के बंदियों तक गीता का संदेश पहुंचा रहे हैं। इसके साथ-साथ गौ माता की सेवा के लिए गौशालाएं चलाई जा रही हैं। गरीबों का निशुल्क पोलियो आप्रेशन, रक्तदान शिविर और अन्य सेवा के काम किए जा रहे हैं। देश ही नहीं विदेशों में भी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। जिससे विदेशों में भी गीता का संदेश पहुंचाया जा रहा है।
गीता मनीषी ने श्रद्धालुओं को दिलवाया नशा मुक्ति का संकल्प
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आह्वान पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने राधा जागरण में उमड़े श्रद्धालुओं को नशा मुक्ति व जल संरक्षण का संकल्प दिलवाया। उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष इच्छा व्यक्त की कि प्रांत में साल में एक बार नशा मुक्ति सप्ताह मनाया जाए। इस नशा मुक्ति सप्ताह में सामाजिक संस्थाएं, धार्मिक संस्थाएं व समाज का हर वर्ग सहयोग करे।
इस अवसर पर स्वामी गुरुशरणानंद जी, साध्वी ऋतम्भराजी , पीयूष मुनीजी , सुख्खा सिंह जी, प्रेम मूर्ति जी, जोगा सिंह जी, बाबा निहाल गिरी जी, वंशी पुरी जी, आत्मानंद पुरी जी, दिव्यानंद जी, कृष्णनंद जी, चरणदास जी, आत्मानंद जी, भूपेंद्र सिंह जी, ज्ञानेश्वर जी, महेश मुनी जी,भद्रकाली मंदिर शक्तिपीठ की पीठाध्यक्ष सतपाल जी, हरिपरिव्राजक जी, माण्डी वाले बाबा जी, स्थानीय नेताओं में सांसद संजय भाटिया, विधायक हरविंदर कल्याण, मेयर रेणु बाला गुप्ता, मुख्यमंत्री के मीडिया कॉर्डिनेटर जगमोहन आनंद, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय भठला, भाजपा के जिलाध्यक्ष योगेंद्र राणा, जिला उपायुक्त अनीश यादव, एसपी शशांक कुमार सावन, निगम कमिश्नर अभिषेक मीणा व अन्य वरिष्ठ जन मौजूद रहे।