न्यूज डेक्स संवाददाता
दिल्ली। समता साहित्य अकेडमी, भारत द्वारा बंग संस्कृति भवन मुक्तधारा नई दिल्ली में समाज में कला, संस्कृति तथा देश की गरिमा बढ़ाने वाले कलाकारों तथा प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह में समता साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. डी एस दांडेकर तथा विभिन्न राज्यों के अध्यक्षों ने सम्मान पत्र, पुष्प गुच्छ, स्मृति चिह्न देकर शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों दिल्ली के नाथूलाल भैरव, बंगाल की दीपा दास, छत्तीसगढ़ के आर बंजारे, असम के हेमचंद्र बर्मन, मेघालय के विश्वजीत नंदी, मणिपुर के बुद्धा चिंगम, बिहार के मोहम्मद इमामुद्दीन, राजस्थान के कांति लाल यादव, मध्य प्रदेश के सी. एम. धूलिया, बिहार की पूनम कुमारी के अतिरिक्त नेपाल, बांग्लादेश तथा बलूचिस्तान भारत सहयोग परिषद के मीर यार खान बलोच ने भी सम्मान समारोह में सहयोग प्रदान किया।
इस सम्मान समारोह में स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान तथा उनके उत्तराधिकारियों के अस्तित्व की रक्षा के लिए संघर्षरत स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी तथा उपाध्यक्ष नित्यानंद शर्मा को उनके अनवरत संघर्ष के लिए शाल ओढ़ाकर, स्मृति चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए कलाकारों तथा प्रतिभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारा सम्मान नहीं है, बल्कि देश को आजादी दिलाने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान है। हम तो एक तुच्छ पदाधिकारी हैं, जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान तथा उनके परिवारों को उनका अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि समता साहित्य अकेडमी द्वारा इसी तरह देश के विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाने वाली प्रतिभाओं का सम्मान किया जाता रहा, तो अगले दिनों कला एवं संस्कृति के होनहारों को सच्चे अर्थों में तराशा जा सकेगा तथा समूचे विश्व में भारत का नाम रोशन होगा।समता साहित्य अकादमी की बंगाल प्रान्त की अध्यक्ष दीपा दास ने आए हुए प्रतिनिधियों का स्वागत किया, यहां पर यह उल्लेख करना उचित होगा कि दीपा दास स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार से हैं, जो स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के हितों की रक्षा के लिए संगठन के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं।