कहा- विधानसभा तक में मुद्दा उठाने पर भी नहीं हो रहा समाधान
मुख्यमंत्री के कार्यालय में बैठे लोग कर रहे हैं भयंकर भ्रष्टाचार- विधायक
एक महीने के भीतर सीएम के ओएसडी समेत सामने आ चुके हैं 3 बड़े घोटाले- विधायक
न्यूज डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़। कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश की खस्ताहाल सड़कों को लेकर बीजेपी-जेजेपी सरकार को आईना दिखाया है। कांग्रेस का कहना है कि पूरे प्रदेश की सड़कों की हालत इतनी खराब है कि वह लगातार जानलेवा हादसों की वजह बन रही है। लेकिन सरकार का इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं है। यहां तक कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं पर भी काम नहीं हो रहा है। कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक, गीता भुक्कल, बीएल सैनी, वरुण मुलाना और अमित सिंह ने चंडीगढ़ स्थित पार्टी कार्यालय में संयुक रूप से पत्रकार वार्ता कर विस्तृत रूप से प्रदेश की सड़कों का ब्यौरा दिया।
जगबीर मलिक ने कहा कि सरकार खुद सड़कों की हालत को सुधारना नहीं चाहती। क्योंकि सरकार ने फैसला लिया है कि 6000 किलोमीटर सड़कों को मार्केटिंग बोर्ड से लेकर जिला परिषद में ट्रांसफर किया जाएगा। जबकि जिला परिषद के पास सड़कें बनाना तो दूर मरम्मत करने तक की व्यवस्था नहीं है। मुख्यमंत्री खुद के विधायकों के हलको में सड़कें तक नहीं बना पा रहे हैं। लेकिन अपनी कमजोरी छिपाने के लिए सरकार सिर्फ विधायकों की बदनाम करने का काम कर रही है।
पूर्व मंत्री गीता भुक्कल ने भी कहा कि बार-बार विधानसभा से लेकर हर मंच पर मांग उठाने के बावजूद कोई समाधान नहीं हो रहा है। सरकार सड़कों की स्थिति व कार्यों पर श्वेत पत्र जारी करे। आज स्टेट रोड्स से लेकर हाइवे और सीएम, डिप्टी सीएम की अनाउंसमेंट पर काम नहीं हो रहा। भुक्कल ने झज्जर के छुछक बाईपास का जिक्र करते हुए बताया की भाजपा के पिछले कार्यकाल में पीडब्लूडी मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा था कि इसे पूरा किया जाएगा, लेकिन आज तक यह पूरा नहीं हुआ। सीएम के करनाल क्षेत्र से लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के विधानसभा क्षेत्र बादली तक में चलने लायक सड़कें नहीं हैं। अकेली खानपुर गांव के रोड का जिक्र करते उन्होंने बताया एक साल के अंदर ही 70 से ज्यादा व्यक्तियो की मौत हो चुकी है
हमने सरकार को अपने क्षेत्र की फोटो और वीडियो तक भेजीं। तब सदन में कहा गया था कि 2 महीने में काम शुरु हो जाएगा, लेकिन पेचवर्क के अलावा कोई काम नहीं हुआ। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि पैचवर्क के काम में भी घोटाले की आशंका है, जिसकी जांच होनी चाहिए।
वरूण मुलाना कहा कि हरियाणा में सरकार ने विधायकों को बिलकुल लाचार बना दिया है। यह देश का इकलौता ऐसा राज्य है जहां किसी तरह का एमएलए लैड नहीं दिया जाता जिससे विधायक हलके के छोटे-मोटे कार्य करवा सके। सरकार द्वारा 25 करोड़ रुपये विधायकों देने का दावा किया जाता है, जो पूरी तरह भ्रामक है। यह विधायकों को बदनाम करने का हथियार बन गया है। जबकि विधायकों द्वारा बार-बार रिकमेंडेशन देने के बावजूद सड़कों पर काम नहीं करवाया जाता। विधानसभा में भी विधायकों ने सबसे ज्यादा सड़कों का ही मुद्दा उठाया था। लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी।
बीएल सैनी ने भी अपने हलके रादौर और यमुनानगर जिले की सड़कों की हालत के बार में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सड़कों की खस्ता हालत के साथ उनके क्षेत्र में खनन घोटाला बड़ा मुद्दा है। आने वाले समय में उसे भी मीडिया के जरिए जनता के सामने उजागर किया जाएगा।
जगबीर मलिक ने कहा कि खट्टर-दुष्यंत सरकार सिर से लेकर पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। एक महीने के भीतर भ्रष्टाचार के 3-3 बड़े मामले सामने आ चुके हैं। इनमें मुख्यमंत्री के दफ्तर में बैठने वाले उनके ओएसडी जवाहर यादव, पूर्व ओएसडी नीरज दुफ्तवार से लेकर अधिकारी एचएसडीएम का मामला शामिल है। यह बेहद शर्मनाक बात है कि मुख्यमंत्री के कार्यालय में बैठे लोग भ्रष्टाचार को अंजाम देने में लगे हैं।
विधायकों ने मांग की कि इन तमाम घोटालों की सीबीआई द्वारा जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इस मौके पर कांग्रेस मीडिया प्रभारी चांदवीर हुड्डा ,केवल ढींगरा और विजय रैना उपस्थित रहे ।