हरियाणा प्रादेशिक हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अवसर पर डा. जय भगवान सिंगला की पुस्तकों का हुआ विमोचन
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के विख्यात उद्योगपति एवं प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक डा. जय भगवान सिंगला समाज सेवा के साथ साथ साहित्य के क्षेत्र में भी अनेकों उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं। डा. सिंगला 40 से अधिक पुस्तकें लिख चुके हैं और उनकी करीब तीन दर्जन पुस्तकों का विमोचन भी हो चुका है।
आजकल साहित्य जगत में लघु कथा की भांति ही लघु कविता पर भी काफी लेखन का कार्य हो रहा है। इसी क्षेत्र में हरियाणा प्रादेशिक हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा संचालित हरियाणा प्रादेशिक लघु कविता मंच के तत्वाधान में अखिल भारतीय लघु कविता सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस अवसर डा. जय भगवान सिंगला ने मुख्य अतिथि के तौर शिरकत की थी। इसी कार्यक्रम के अवसर पर ही डा. जय भगवान सिंगला की हरि का हरियाणा एवं तेरी याद सताती है दो पुस्तकों का विमोचन हुआ।
डा. सिंगला ने बताया कि कार्यक्रम में लघु कविता की लघु यात्रा विषय पर प्रो. रूप देवगुण तथा डा. प्रद्युम्न भल्ला ने अपना-अपना वक्तव्य दिया। इसके पश्चात 33 लघु कविता-संग्रहों का लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम में ही हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली व अन्य स्थानों के 44 लघु कविताकारों को लघु कविता सेवा सम्मान तथा लघु कविता सृजन सम्मान-2023 से अलंकृत किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जयपुर से पधारी चांद वर्मा ने की। अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर डा. प्रेम कंबोज, रोहतक से डा. मधुकांत तथा भिवानी से आनंद प्रकाश पहुंचे।